Gold price on Diwali: भारत में त्योहारों पर सोने के आभूषण खरीदने की संस्कृति रही है. दिवाली पर भी भारी संख्या में भारतीय सोने के आभूषण खरीदते हैं. पिछले साल कोविड-19 महामारी के चलते लोग बड़ी खरीदारी करने से कतरा रहे थे, लेकिन इस बार लोगों ने सोने के आभूषणों पर अच्छा-खासा पैसा खर्च करने का मन बना लिया है. मार्केट रिसर्च फर्म यू गोव्स के दिवाली खर्च सूचकांक से यह जानकारी सामने आई है. आइए जानते हैं कि इस रिपोर्ट में क्या सामने आया है.
यू गोव्स के दिवाली खर्च सूचकांक (YouGov’s Diwali Spending Index) के अनुसार जैसे-जैसे दिवाली पास आती जा रही है, लोगों में सोने के प्रति आकर्षण बढ़ता जा रहा है. सूचकांक के अनुसार, अगले तीन महीने में करीब 28 फीसदी शहरी भारतीय सोने पर खर्च करने की योजना बना रहे हैं. यह बताता है कि कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने के साथ ही लोग गैर-जरूरी वस्तुओं की खरीदारी में अच्छा पैसा खर्च करने का मन बना रहे हैं. यह दर्शाता है कि महामारी के धीमे पड़ने के साथ ही सोने की मांग में भी बढ़ोत्तरी हो रही है.
इससे पहले वर्ष 2020 में कोविड प्रतिबंधों के चलते रत्न और आभूषण उद्योग को काफी नुकसान हुआ था. इस उद्योग ने जनवरी-मार्च 2021 में रिकवरी आने का संकेत दिया था. दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के साथ ही जैसे-जैसे सरकारों ने प्रतिबंधों में ढील दी है, वैसे ही खुदरा विक्रेताओं की उम्मीदें बढ़ गई हैं. अब इस साल त्योहारी सीजन में अच्छी मांग आने की उम्मीद है.
यू गोव्स के अनुसार, दस में से तीन शहरी भारतीय अगले तीन महीनों में सोने पर खर्च करने की योजना बना रहे हैं. सर्वे के मुताबिक, पांच में से तीन लोगों ने व्यक्तिगत या पारिवारिक उपयोग के लिए संगठित खुदरा विक्रेताओं द्वारा लाई गई स्वर्ण योजना के जरिये या भौतिक रूप सोना खरीदने की इच्छा जाहिर की है. शेष 38 फीसदी ने निवेश के उद्देश्य से सोने में खरीदारी की इच्छा व्यक्त की है.