बर्नार्ड अर्नाल्ट दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर्स में शुमार है. वे LVMH के प्रेसिडेंट और CEO हैं
लुई वीटन (Louis Vuitton) के अध्यक्ष बर्नार्ड अरनॉल्ट (Bernard Arnault) ने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनकर अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस को पीछे छोड़ दिया है. फोर्ब्स की रीयल-टाइम अरबपतियों की सूची के अनुसार, 199.9 अरब डॉलर की प्रॉपर्टी के मालिक अरनॉल्ट अरबपतियों की सूची में सबसे ऊपर हो गए हैं. अमेजन के मालिक बेजोस के पास 194.9 अरब डॉलर की कुल संपत्ति है. टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलोन मस्क 185.5 अरब डॉलर के मालिकाना हक के साथ तीसरे स्थान पर हैं.
बर्नार्ड अरनॉल्ट का साम्राज्य
अर्नाल्ट एक फ्रांसीसी नागरिक हैं. उनका नाम दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर्स में शुमार है. वे LVMH के प्रेसिडेंट और सीईओ हैं. लुई वीटन दुनिया की सबसे बड़ी लग्जरी गुड्स कंपनी है.
अरनॉल्ट इससे पहले तीन बार दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन चुके हैं. फोर्ब्स के मुताबिक, उनके पांच बच्चों में से चार (फ्रेडरिक, डेल्फ़िन, एंटोनी और एलेक्जेंडर) LVMH साम्राज्य में काम करते हैं. 72 साल के मिस्टर बर्नार्ड, लुई वीटन और सेपोरा समेत 70 ब्रांडों के साम्राज्य की देखरेख करते हैं.
अर्नाल्ट ने टेस्ला प्रमुख को पीछे छोड़ दिया था जब लुई वीटन ने साल 2021 की पहली तिमाही में 14 अरब यूरो का राजस्व दर्ज किया था. साल 2020 की पहली तिमाही के मुकाबले इसमें 32 फीसद बढ़त हुई थी. इसी साल जनवरी में, LVMH ने अमेरिकी जौहरी टिफ़नी एंड कंपनी को 15.8 अरब डॉलर में खरीदा था, जिसे फोर्ब्स ने अर्नाल्ट का अब तक का सबसे बड़ा सौदा बताया है. LVMH ने दो साल पहले हॉस्पिटैलिटी ग्रुप बेलमंड के लिए 3.2 अरब डॉलर इन्वेस्ट किए थे, जो 46 होटलों, ट्रेनों और रिवर क्रूज का प्रबंधन करता है.
महामारी के कारण फीकी पड़ी बेजोस की चमक
अमेजन ने 30 जुलाई को कहा कि अगली कुछ तिमाहियों में बिक्री की वृद्धि धीमी हो जाएगी क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग में थोड़ी कमी आ रही है. कंपनी ने कहा कि अमेजन के सबसे मूल्यवान ग्राहक ‘प्राइम मेंबर्स’ की खर्च करने की क्षमता में भी कमी आई है.
कोविड-19 के कारण इस महामारी के दौर में कुछ महीनों से अमेजन की चमक थोड़ी फीकी पड़ रही है. लॉक डाउन के दौरान अमेजन ने रिकॉर्ड मुनाफा कमाया. इस दौरान कंपनी ने 200 मिलियन से अधिक प्राइम लॉयल्टी ग्राहकों को आकर्षित किया और बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए लाखों की संख्या में श्रमिकों की भर्ती की.