भारत में ग्लोबल कंप्यूटर साइंस एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने के लिए एमेजॉन ने किया बड़ा ऐलान

एमेजॉन ने भारत में अपना एक ग्लोबल कंप्यूटर साइंस एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने की बात कही है. इस कार्यक्रम की शुरुआत पहले देश के सात राज्यों से होगी.

Amazon's big announcement to start global computer science education program in India

एमेजॉन फ्यूचर इंजीनियर (एएफई) नाम से इस कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले देश के सात राज्यों से होगी

एमेजॉन फ्यूचर इंजीनियर (एएफई) नाम से इस कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले देश के सात राज्यों से होगी

ई कॉमर्स कंपनी एमेजॉन ने भारतीय युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की है. मंगलवार को कंपनी ने भारत में अपना एक ग्लोबल कंप्यूटर साइंस (CS) एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने की बात कही है. इसके जरिए छात्रों को न सिर्फ कंप्यूटर का ज्ञान मिलेगा बल्कि उन्हें रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. एमेजॉन फ्यूचर इंजीनियर (AFE) नाम से इस कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले देश के सात राज्यों से होगी. इन राज्यों के करीब 900 स्कूलों में पढ़ रहे एक लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को सबसे पहले शिक्षित किया जाएगा.

अभी कुछ राज्यों में शुरू होगा प्रोग्राम

जानकारी के अनुसार एमेजॉन ने इस कार्यक्रम के लिए विभिन्न गैर लाभकारी संगठनों के साथ पार्टनरशिप भी की है ताकि स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजुकेशन दी जा सके. फिलहाल कंपनी कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा और तेलंगाना के सरकारी स्कूलों के छात्रों को क्वालिटी कंप्यूटर साइंस की एजुकेशन देगी.

एमेजॉन इंडिया के ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अमित अग्रवाल ने कहा है, रोजगार की दिशा में कंप्यूटर साइंस एक महत्वपूर्ण स्किल बन चुका है. इसकी शिक्षा के जरिए भारतीय युवाओं को अपना बेहतर भविष्य बनाने में काफी मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि गुणवत्तायुक्त कोर्स की कमी, क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेंट नहीं होना और रोल मॉडल्स की कमी युवा छात्रों के बड़ा बैरियर हैं जिन्हें हटाते हुए सामान्य और सरल शिक्षा देने पर अधिक जोर दिया गया है.

अमेरिका, यूके, कनाडा और फ्रांस में भी एमेजॉन ने चलाया है प्रोग्राम

अभी तक एमेजॉन ने न सिर्फ अमेरिका बल्कि यूके, कनाडा और फ्रांस जैसे देश में भी यह कार्यक्रम संचालित किए हैं और इसके जरिए लाखों स्टूडेंट्स को रोजगार भी मिला है. स्टूडेंट्स को शिक्षित करने के लिए कंपनी सरकार और गैर लाभकारी संगठनों के साथ बातचीत कर रही है. 6 से 12वीं तक के बच्चों को सबसे पहले इस कार्यक्रम में जोड़ा जाएगा. साथ ही स्कूलों में टीचर्स को भी ट्रेनिंग दी जाएगी.

Published - September 28, 2021, 07:40 IST