पश्चिम रेलवे के इन तरीकों से आपराधिक मामलों में आई 90 फीसदी गिरावट 

AI in Western Railway: पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2020 में दर्ज किए गए अपराध वर्ष 2019 में दर्ज 11,283 अपराधों के मुकाबले घटकर 2,875 रह गए.

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पश्चिम रेलवे के उपनगरीय स्टेशनों पर 2700 से अधिक कैमरे लगाये हैं. इनमें से 450 कैमरों में फेस रिकग्निशन फीचर मौजूद हैं, जो संवेदनशील क्षेत्रों में लगाये गये हैं.

पश्चिम रेलवे के उपनगरीय स्टेशनों पर 2700 से अधिक कैमरे लगाये हैं. इनमें से 450 कैमरों में फेस रिकग्निशन फीचर मौजूद हैं, जो संवेदनशील क्षेत्रों में लगाये गये हैं.

AI in Western Railway: पश्चिम रेलवे (Western Railway) ने सुरक्षा के क्षेत्र में हुए नवीनतम तकनीकी विकास को अपनाया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित इन्फ्रारेड इंट्रूडर अलार्म सिस्टम, बॉडी बर्न कैमरा, सेगवे, टॉक बैक सिस्टम आदि मुख्य रूप से शामिल हैं. ये सिस्टम रेल परिसरों की निगरानी और आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के साथ-साथ अप्रिय घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद करते हैं. ये आधुनिकतम प्रयास पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल के नेतृत्व और मार्गदर्शन में हुए हैं.

लगभग 90 प्रतिशत घटे अपराध

उन्नत तकनीक अपनाने के परिणामस्वरूप दर्ज की गई आपराधिक घटनाओं में जबरदस्त गिरावट आई है. चालू वर्ष 2021 में अगस्त महीने तक कुल अपराधों की दर्ज घटनाएं 1168 रही हैं.

पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2020 में दर्ज किए गए अपराध वर्ष 2019 में दर्ज 11,283 अपराधों के मुकाबले घटकर 2,875 रह गए, जो लगभग 90 प्रतिशत की गिरावट है.

निगरानी से आसान हुआ अपराधियों को पकड़ना

पश्चिम रेलवे के जनसम्पर्क विभाग से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सीसीटीवी कैमरा सर्विलांस की मदद से वर्ष 2019 में 33 मामलों का पता लगाया गया और 41 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि वर्ष 2020 में पता लगाये गये मामलों की संख्या 21 थी, जिसमें 21 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया.

इस वर्ष अगस्त 2021 तक 34 मामलों का पता लगाया गया, जिसमें 38 लोगों को सीसीटीवी निगरानी की मदद से गिरफ्तार किया गया.

महिलाओं को हुई सुविधा

स्टेशनों के अलावा यात्रियों एवं विशेष रूप से महिला यात्रियों को असामाजिक तत्वों आदि से बचाने के लिए लोकल ट्रेनों में सुरक्षा उपायों को भी निरंतर मजबूत किया जा रहा है.

48 लोकल ट्रेनों में 1397 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनमें से 139 सीसीटीवी कैमरे महिला डिब्बों में, जबकि 58 सामान्य डिब्बों में लगाये गये हैं. शेष महिला कोचों में भी जल्द ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.

आपात स्थिति और अन्य आवश्यक परिस्थितियों के दौरान यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधा के रूप में 27 महिला कोचों सहित 87 कोचों में टॉक बैक सिस्टम प्रदान किया गया है.

विशेष टीमों का भी गठन किया गया

उपरोक्त इंतजामों के अलावा प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा कर्मियों की विशेष टीमों का गठन किया गया है. इंटर ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (ICJS) और क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) पोर्टल के माध्यम से आदतन अपराधियों की निगरानी की जा रही है.

मुंबई उपनगरीय खंड पर सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सुरक्षा विभाग द्वारा विभिन्न कारगर उपाय अपनाये गये हैं.

अत्याधुनिक उपकरणों का किया जा रहा है इस्तेमाल

पश्चिम रेलवे के उपनगरीय स्टेशनों पर 2700 से अधिक कैमरे लगाये हैं. इनमें से 450 कैमरों में फेस रिकग्निशन फीचर मौजूद हैं, जो संवेदनशील क्षेत्रों में लगाये गये हैं.

एक अन्य ब्रेक-थ्रू तकनीक इन्फ्रारेड इंट्रूडर अलार्म सिस्टम है, जो 360 डिग्री कवरेज सुनिश्चित करने वाले सात इन्फ्रा-रेड आधारित सीसीटीवी कैमरा फीड के साथ संचालित होता है.

यह त्वरित प्रतिक्रिया के साथ कर्मचारियों को सतर्क करने के लिए सुरक्षा नियंत्रण को डिस्ट्रेस कॉल, एसएमएस या मेल भेजता है.

त्वरित प्रतिक्रिया समय और रात्रि दृष्टि क्षमता के साथ 24 घंटे कवरेज वाली यह प्रणाली सुनिश्चित करती है कि उस क्षेत्र विशेष में फुल-प्रूफ सुरक्षा कायम रहे.

Published - October 12, 2021, 03:38 IST