देशभर में टमाटर के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, ज्यादातर मंडियों में भाव 200 रुपए प्रति किलो के ऊपर है, शनिवार को दिल्ली में औसत भाव 213 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया. टमाटर की इन बढ़ी हुई कीमतों से जल्द राहत की उम्मीद भी नहीं है. देश की कृषि उपज मंडियों में टमाटर की आवक का हाल देखें तो अगस्त के दौरान आवक की स्थिति जुलाई से भी खराब है. जुलाई के दौरान देशभर की कृषि उपज मंडियों में टमाटर की आवक में करीब 56 फीसद गिरावट थी और अगस्त के शुरुआती 5 दिनों के दौरान आवक 77 फीसद घट चुकी है.
एगमार्कनेट के आंकड़े बताते हैं कि 1-5 अगस्त के दौरान देशभर की कृषि उपज मंडियों में सिर्फ 28255 टन टमाटर की आवक हुई है, पिछले साल इस दौरान यह आंकड़ा 1.25 लाख टन से ज्यादा था. जुलाई में टमाटर की आवक की स्थिति देखें तो इस साल कृषि उपज मंडियों में सिर्फ 2.27 लाख टन टमाटर की आवक हुई है जबकि पिछले साल जुलाई के दौरान 5.13 लाख टन की आवक हुई थी. जुलाई और अगस्त के दौरान देशभर में टमाटर की ज्यादा आवक कर्नाटक में होती है लेकिन इस साल 1-5 अगस्त के दौरान कर्नाटक में टमाटर की आवक 82 फीसद घटी है, इस दौरान राज्य की मंडियों में सिर्फ 6331 टन टमाटर बिकने के लिए पहुंच पाया है.
कृषि मंत्रालय ने इस साल देश में टमाटर के उत्पादन को लेकर जो अनुमान जारी किया है उसके मुताबिक 206.21 लाख टन फसल हो सकती है, पिछले साल देश में 206.94 लाख टन टमाटर का उत्पादन हुआ था. हालांकि व्यापार सूत्रों का मानना है कि इस साल टमाटर की फसल को लेकर कृषि मंत्रालय ने जितनी उपज का अनुमान लगाया है, असल में उत्पादन उससे बहुत कम है और कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा अन्य प्रमुख मंडियों में हो रही कम आवक कम उत्पादन का संकेत दे रही है.