जेएनयू और सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में छात्रों को क्या रियायतें मिलती हैं? उनकी फीस और उनकी वित्तीय स्थिति क्या है और सरकार की तरफ से क्या सुविधाएं दी जा रही हैं? संसद में इसको लेकर किए गए एक सवाल के लिखित जवाब में शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने कहा कि सरकार की ओर से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छात्रों को रियायती दर पर शिक्षण और छात्रावास की सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके अलावा संसद के अधिनियमों के तहत स्थापित स्वायत्त निकाय होने के नाते सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने विश्वविद्यालयों से संबंधित सुविधाओं की बेहतरी के लिए प्रशासनिक, शैक्षणिक और वित्तीय निर्णय ले सकते हैं, इसमें छात्रों को मिलने वाली रियायतें और वित्तीय लाभ भी शामिल हैं.
जेएनयू में कितनी है फीस?
शिक्षा मंत्री ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रों को रियायती छात्रावास सुविधा प्रदान की जाती है. इसके साथ ही छात्रों को ‘मेरिट-कम-मीन्स’ छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. इसके अलावा, PWD (विकलांग व्यक्ति) छात्रों को एस्कॉर्ट और लेखक भत्ता भी दिया जाता है. जेएनयू में यूजी और पीजी कार्यक्रमों के लिए वार्षिक प्रवेश शुल्क 375.50 रुपए और पीएचडी/एम.टेक/एमपीएच कार्यक्रमों के लिए 399.50 रुपए लिए जाते हैं. इसके साथ ही होस्टल फीस और स्थापना फीस समेत अन्य चार्जेज के रूप में 1,100 रुपए लिए जाते हैं. सिंगल और डबल रूम के लिए क्रमशः 120 रुपए और 60 रुपए लिए जाते हैं.
कौन ले सकता है छात्रावास की सुविधा?
शिक्षा मंत्री ने बताया कि जेएनयू छात्रों से कोई मेस शुल्क नहीं लेता है, बल्कि खाना पकाने और परोसने के लिए मेस कर्मचारी उपलब्ध कराता है. इसका पूरा खर्च छात्रावास में रहने वाले छात्रों द्वारा साझा किया जाता है. इसके अलावा, जेएनयू में विदेशी छात्रों के साथ-साथ एमबीए और इंजीनियरिंग जैसे पेशेवर पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों के लिए प्रवेश और छात्रावास के लिए उच्च शुल्क संरचना (High Fees Structure) है. इस विश्वविद्यालय में सभी पंजीकृत छात्र विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार छात्रावास सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए पात्र हैं.