वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि परीक्षण के तौर पर ताजा अनार की पहली खेप हवाई मार्ग से अमेरिका भेजी गई है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के चेयरमैन अभिषेक देव ने कहा कि अमेरिका में अनार के निर्यात में वृद्धि से अधिक कीमत मिलेगी और किसानों की आय बढ़ेगी।
इसमें कहा गया है, ‘‘चूंकि लंबी दूरी का बाजार और अधिक लागत के कारण वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने में दिक्कत थी, इसलिए परीक्षण के आधार पर खेप भेजने से भारतीय निर्यातकों और अमेरिकी आयातकों के बीच क्षमता निर्माण करने में मदद मिलेगी। इसके लिए गुणवत्ता वाले फलों का निर्यात सुनिश्चित करना होगा।’’
अमेरिका में भारतीय आम की स्वीकार्यता से उत्साहित निर्यातकों को उम्मीद है कि अनार भी वहां एक सफल उत्पाद बन जाएगा। महाराष्ट्र के ‘भगवा’ अनार में पर्याप्त निर्यात क्षमता है और देश से होने वाले इस फल के निर्यात का लगभग 50 प्रतिशत राज्य के सोलापुर जिले से होता है।
वर्ष 2022-23 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बांग्लादेश, नेपाल, नीदरलैंड, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाइलैंड, बहरीन और ओमान सहित विभिन्न देशों में पांच करोड़ 83.6 लाख डॉलर मूल्य के 62,280 टन अनार का निर्यात किया गया था। भारत बागवानी फसलों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत दुनिया में अनार के उत्पादन में सातवें स्थान पर है और खेती का कुल क्षेत्रफल लगभग 2,75,500 हेक्टेयर है। भारत में प्रमुख अनार उत्पादक राज्य – महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र प्रदेश हैं।