अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड (बुलेट ट्रेन) परियोजना को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन, भूमि अधिग्रहण सहित संचालन में देरी के कारण, यह अभी तक तय नहीं है कि परियोजना कब पूरी होगी. हालांकि, गुजरात में परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का करीब 95 फीसदी काम पूरा होने के साथ नेशनल हाई स्पीड रेलवे कॉरपोरेशन (NHSRCL) ने अब सिविल कार्यों के तीन सेगमेंट में कॉन्ट्रैक्ट दिया है. साबरमती से वापी तक 351 किमी मार्ग का काम अगले लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि चुनाव से पहले बुलेट ट्रेन चल सके. हालांकि, इसका ट्रायल रन शुरू होने में ही अभी काफी वक्त है. इसके बाद बुलेट ट्रेन 2025 के अंत तक ही शुरू पाएगी.
NHSRCL के अधिकारी ने बताया कि बुलेट ट्रेन गुजरात, महाराष्ट्र और दादरा नगर हवेली क्षेत्र से होकर गुजरेगी. वर्तमान में गुजरात में करीब 95% भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुका है जबकि महाराष्ट्र में केवल 23 फीसदी भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हुआ है जिसके चलते इस परियोजना के समय पर पूरा होने की संभावना कम है.
इस संबंध में, रेलवे बोर्ड के सीईओ विनोद कुमार यादव ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 67 फीसदी भूमि आवंटित की गई है. जिसमें गुजरात में 956 हेक्टेयर में से 825 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है. गुजरात में करीब 90 फीसदी भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुका है, ऐसे में यहां टेंडर जारी करके काम शुरू किया जा चुका है. महाराष्ट्र में 432 हेक्टेयर भूमि में से केवल 97 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है. जो आवश्यक भूमि का केवल 22 फीसदी है. जबकि, दादरा और नगर हवेली में, 8 हेक्टेयर भूमि में से, 7 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है.
आप को बता दें कि केंद्र सरकार अब किसी भी कीमत पर प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट – बुलेट ट्रेन को धरातल पर जल्द से जल्द लाने की योजना बना रही है. लेकिन, महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में बाधा आती रहती है. मुंबई में भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से नहीं हो पा रहा है. इस प्रोजेक्ट में अहमदाबाद-मुंबई के बीच प्रस्तावित 508 किमी का गलियारा केवल गुजरात में ही चलेगा. पहले चरण में, ट्रेन अहमदाबाद और वापी के बीच चलेगी.