यूपी रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी UP-RERA ने उठाया बड़ा कदम. अब ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (OC) मिलने के बाद ही पजेशन लेटर जारी कर पाएंगे बिल्डर. इस कदम की क्यों पड़ी जरूरत? इस नियम से कैसे रुकेगी बिल्डरों की मनमानी, घर खरीदारों को कैसे होगा फायदा? जानने के लिए देखें यह वीडियो.
भविष्य की सभी शिकायतों में सह-आवंटियों को सह-शिकायतकर्ता के रूप में जोड़ना अनिवार्य : यूपी रेरा
UP RERA ने घर खरीदारों के हितों को ध्यान में रखते हुए बिल्डर्स को QR code system लगाने का फैसला किया है.. इससे क्या फायदा होगा? जानने के लिए सुनिए 'प्रॉपर्टीवाला'
प्रमोटर को जारी होने वाले पंजीकरण प्रमाण पत्र में क्यूआर कोड को शामिल किया जाएगा
यूपी रेरा ने प्रॉपर्टी की शिकायतों के लिए प्री-हियरिंग स्क्रूटिनी शुरू की है.
रेरा ने सर्वोत्तम वर्ल्ड (Sarvottam World) प्रमोटर के विज्ञापन को भ्रामक और कपटपूर्ण बताया है
यूपी रेरा का 101 बिल्डर पर 503 करोड़ रुपए का बकाया
इन दिनों आरसी की वसूली के लिए जिला प्रशासन अभियान चला रहा है. इसके लिए बिल्डरों के आफिस पर मुनादी की कार्रवाई की जा रही है.
निर्माण में हो रही देरी की शिकायतों पर UP RERA ने गाजियाबाद में तीन प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है. ऐसे में घर खरीदारोंं के पास क्या हैं रास्ते?
UP RERA: इन बिलडर्स को एक महीने के अंदर ये पेनाल्टी भरनी होगी. ऐसा ना करने पर भू-रास्व के बकाए के जैसे ही इसकी भी वसूली की जाएगी.