विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता बने रहे और उन्होंने मंगलवार को 2,584.97 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
शोभा के शेयरों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस दौरान बीएसई पर शेयर 10.36 फीसदी उछलकर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 976.70 रुपये पर पहुंच गया है.
काफी हद तक पूर्ण सामान्य स्थिति बहाल होने के अनुरूप था. डी-मार्ट अपनी सिद्ध 'रोजमर्रा की कम कीमत' की रणनीति पर अच्छी तरह अमल करना जारी रखेगा.
Nifty Bank: निफ्टी बैंक ने न केवल बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया, बल्कि 39,000 के आंकड़े से आगे का रास्ता तय करने में कामयाबी हासिल की
मार्केट के जाने माने एक्सपर्ट्स का मानना है कि बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स BSE सेंसेक्स आने वाले 2030 तक 2,00,000 अंक तक पहुंच सकता है.
बुल केस में यह मानते हैं कि कंपनी के शेयर 970 रुपए तक पहुंच सकते हैं, जो मौजूदा बाजार से 15% से अधिक का इजाफा दिखलाता है.
ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, डीकार्बनाइजेशन सॉल्यूशंस पेश करने की योजना से RIL सबसे बड़ी रिन्यूएबल इंफ्रा उत्पादक बन जाएगी.
इक्विटी शेयर एक्वीजीशन के 12 महीनों के भीतर बेचा जाता है, तो सेलर को शार्ट-टर्म कैपिटल गेन या शार्ट टर्म कैपिटल लॉस चुकाना पड़ सकता है.
मार्केट पर स्पिलओवर इस बात पर निर्भर करता है कि क्या Evergrande को रि-स्ट्रक्चर या पूरी तरह से लिक्विडेट किया जाएगा.
ब्रोकरेज हाउस ने कहा है, “बालाजी अमीन्स के लिए डिमांड आउटलुक मजबूत है. हालांकि, ऊंची वैल्यूएशन से नियर-ट्रम में तेजी पर लगाम लग सकती है.