सरकार ने बजट में 7.5 लाख करोड़ रुपए के कैपेक्स का ऐलान किया है लेकिन, इससे किन सेक्टरों को होगा फायदा और काम की बात यह है कि आखिर इससे जुड़े वो कौन से
बाजार में पैसा लगाने वाले ज्यादातर लोग फ्यूचर्स मार्केट को लेकर उलझन में रहते हैं. ये सवाल भी आता है कि आखिर स्पॉट मार्केट और फ्यूचर मार्केट में क्या
किसी कंपनी में पैसा लगाते वक्त आखिर किन बातों पर गौर करना जरूरी है? फंडामेंटल्स क्या होते हैं? ये सब आपको जानना चाहिए.

विदेशी बाजारों से मिलेजुले संकेतों के दम पर आज शुरुआती एक घंटे में बाजार में तेजड़ियों और मंदड़ियों में जमकर रस्साकशी हुई.
शेयर खरीदते समय केवल P/E रेश्यो ही नहीं एक तिमाही के वाल्यूम पर भी रखनी चाहिए नजर.
खबर देखकर शेयर बेचने और खरीदने की गलती बहुत से लोग करते हैं. निवेश करने से पहले हमें खबर की समझ होना चाहिए. कैसे समझें खबरों का असर.

अमेरिकी बाजारों में कल निचले स्तरों से शानदार रिकवरी के बावजूद आज भारतीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में मंदड़ियों का ही जबदबा रहा.

अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को सकल आधार पर 3,565.36 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

नॉन बैंकिंग फाइनेस कंपनी यानी एनबीएफसी में चोलामंडलम फाइनेंस सभी को पीछे छोड़ देगा यह देखते हुए कि सेकेंड हैंड वाहनों की खरीद बिक्री काफी बढ़ गई है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 67.55 अंक या 0.39 प्रतिशत की कमी के साथ 17,257.35 पर कारोबार कर रहा था.