निफ्टी मेटल इंडेक्स से बहुत लोगों की आंखें चुंधिया गई हैं. जिन लोगों ने मेटल शेयरों में पैसे लगाए थे उनकी आजकल चांदी है.
दुनियाभर के बाजारों में महंगाई की चिंता हावी होने, अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड 2.8% के पार जाने से भारतीय बाजारों की दूसरे दिन कमजोर शुरुआत हुई
चीनी के सबसे बड़े निर्यात देश ब्राजील में इस साल उत्पादन करीब 65 लाख टन घटने का अनुमान है. दूसरे बड़े निर्यातक थाईलैंड में पिछले साल कम चीनी पैदा हुई.
निफ्टी सेंसेक्स अभी मंदी की गिरावट में नहीं आपको पोर्टफोलियो के स्टॉक भले हो सकते हैं. दरअसल, शेयरों में गिरावट के पीछे कोई एक वजह नहीं हैं.
शुरुआती एक घंटे में निफ्टी ने 17,300, सेंसेक्स ने 57,900 और बैंक निफ्टी ने 35,950 का स्तर पार किया.
डीलिस्टिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर को स्टॉक एक्सचेंजों से हटाया जाता है.
शुरुआती एक घंटे में निफ्टी में 100 से ज्यादा, सेंसेक्स में करीब 400 और बैंक निफ्टी में करीब 300 अंकों की गिरावट रही.
कुछ ही मिनटों में सारी बढ़त गवाने के बाद 17,200 के स्तर पर मंदड़ियों और तेजड़ियों में जमकर रस्साकसी हुई.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण कुमार करवा के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
सोमवार को पहले दौर की बातचीत के बाद भी यूक्रेन में रूसी हमले जारी रहने से दुनियाभर के बाजारों में भारी गिरावट.