एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण कुमार करवा के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
सोमवार को पहले दौर की बातचीत के बाद भी यूक्रेन में रूसी हमले जारी रहने से दुनियाभर के बाजारों में भारी गिरावट.
महज 10 दिनों में (11 ले 24 फरवरी) सेंसेक्स निफ्टी 6 फीसद से ज्यादा टूट गए. बाजार में 21 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई डूब गई.
Bulk डील से इसके बारे में कुछ संकेत मिल जाता है कि कोई शेयर चढ़ेगा या गिरेगा? लेकिन बल्क डील की जानकारी कहां से मिल सकती है?
Bulk डील किस तरह से Block डील से अलग होते हैं? क्यों करती हैं कंपनियां बल्क या ब्लॉक डील? इसे समझने के लिए देखिए यह वीडियो-
शेयर बाजार में अक्सर शेयरों की Bulk और Block डील होती है. इनसे शेयरों की दिशा का अंदाजा लग सकता है. इसका डेटा आपको एक्सचेंजों से मिल जाता है.
सरकार ने बजट में 7.5 लाख करोड़ रुपए के कैपेक्स का ऐलान किया है लेकिन, इससे किन सेक्टरों को होगा फायदा और काम की बात यह है कि आखिर इससे जुड़े वो कौन से
बाजार में पैसा लगाने वाले ज्यादातर लोग फ्यूचर्स मार्केट को लेकर उलझन में रहते हैं. ये सवाल भी आता है कि आखिर स्पॉट मार्केट और फ्यूचर मार्केट में क्या
किसी कंपनी में पैसा लगाते वक्त आखिर किन बातों पर गौर करना जरूरी है? फंडामेंटल्स क्या होते हैं? ये सब आपको जानना चाहिए.
विदेशी बाजारों से मिलेजुले संकेतों के दम पर आज शुरुआती एक घंटे में बाजार में तेजड़ियों और मंदड़ियों में जमकर रस्साकशी हुई.