SIP Return: फंड पर रिटर्न की दर निर्धारित करने के लिए MS एक्सेल शीट में एक्सटेंडेड इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न (XIRR) फंक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है
SIP: पावर ऑफ कंपाउडिंग यानि हर बार कमाए गए रिटर्न के ऊपर रिटर्न जुड़ेगा और आपको मिलेगा चक्रवृद्धि ब्याज.
Financial Planning: जिन्होंने बाजार में घाटा देखते हुए पैसे निकाल लिए उन्हें दोबारा ऊंचे भाव पर निवेश करना पड़ा. कर्ज जितना कम हो उतना बेहतर
Investment: अगर कोई वित्तीय लक्ष्य 5 या 10 साल दूर है. SIP निवेश शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका है और आप किसी भी समय SIP शुरू कर सकते हैं
कई लोग सिर्फ 1 साल के रिटर्न के आधार पर म्यूचुअल फंड को पसंद करने की गलती करते हैं. आपको 3, 5 और 10 साल में फंड के प्रदर्शन को देखना चाहिए.
थीमेटिक निवेश का मतलब एक थीम में इन्वेस्ट करने से है. अच्छा प्रॉफिट बनाने के लिए आप समय-समय पर थीमेटिक इक्विटी इन्वेस्टमेंट का यूज कर सकते हैं.
1995 में शुरू हुए निप्पोन इंडिया ग्रोथ फंड की NAV 10 रुपये से 2,000 रुपये तक पहुंची है. 26 साल के इस सफर में इस फंड ने कई गुना रिटर्न दिया है.
अगर सामर्थ्य के सवाल को छोड़ दिया जाए. दुनिया में किसी भी व्यक्ति से पूछा जाए कि क्या वह पैसे बचाना चाहेगा? तो ज्यादातर लोगों का जवाब होगा हां.
Money9 हेल्पलाइन में इन्वेस्टमेंट एडवाइजर अमित कुकरेजा से जानिए किस हिसाब से म्यूचुअल फंड में निवेश करना होगा सही, किन फैक्टर्स का रखना चाहिए ख्याल
मनी9 हेल्पलाइन में कंप्लीट सर्किल कंसल्टेंट्स के को-फाउंडर गुरमीत चड्ढा ने लोगों के म्यूचुअल फंड्स निवेश और इनमें शामिल जोखिमों के बारे में बताया.