Salary Hike: ज्यादा इनकम का उपयोग स्मार्ट इनवेस्टर बनकर करेंगे और निवेश में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन अपनाएंगे तो बेहतर रिजल्ट मिल सकता है.
RBI और SBI के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में डिपॉजिट्स बढ़कर 10.6 लाख करोड़ रुपये (प्रोविजनल) पर पहुंच गए हैं.
किराएदारों को प्रॉपर्टी टैक्स, मेंटेनेंस और EMI की कोई टेंशन नहीं होती है, जबकि घर एक लॉन्ग-टर्म एसेट है. यहां हम इन दोनों के नफे-नुकसान बता रहे हैं.
कोविड के चलते लोगों को अपनी गर्मियों के ट्रैवल प्लान रद्द करने पड़े हैं. ऐसे में आपका काफी पैसा बच रहा है. इस पैसे को आप निवेश कर सकते हैं.
RBI Floating Rate Savings Bonds पर एफडी,आरडी जैसी स्कीम्स की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. वहीं इस पर सरकार की सॉवरेन गारंटी भी है.
पिछले एक साल में कोविड की अनिश्चितताओं के चलते लोगों ने पैसे बचाने पर फोकस किया है. लेकिन, एक इमर्जेंसी फंड खड़ा करने के लिए निवेश जरूरी है.
Investment Strategy: सिर्फ बचत करेंगे तो वेल्थ नहीं जुटा पाएंगे. बचत और निवेश में यही अंतर है. Wiseinvest के हेमंत रुस्तगी से जानें निवेश के टिप्स
अगर आप देर से प्लानिंग शुरू करेंगे तो आपकी प्लानिंग बिगड़ने का खतरा ज्यादा रहता है. उम्र के अलग-अलग पड़ाव में निवेश का प्लान (Investment Strategy) भी अलग होना चाहिए
मान लीजिए आप फरवरी 2022 तक WFH जारी रखते हैं और इस रकम को बचाकर रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit) में निवेश करते हैं तो 1.44 लाख जमा होगा
हम यहां आपको निवेश से जुड़े हुए ऐसे 5 मिथकों के बारे में बता रहे हैं जिनसे बचकर आप वित्तीय सफलता की राह पकड़ सकते हैं.