Salary Hike: DA बढ़ने के साथ ही केंद्र सरकार के कर्मचारियों की पगार में जुलाई से 3-4% बढ़ोतरी (Salary Hike) होने वाली है. निजी सेक्टर में भी एप्रेजल का सीजन तकरीबन खत्म हो गया है और कई कर्मचारियों को 7-15% तक सैलरी-हाइक का लेटर मिला है.
ऐसे में अगर आपकी तनख्वाह भी बढ़ (Salary Hike) गई है या आपको ऊंची पगार वाली नौकरी मिल गई है तो आप ज्यादा इनकम का इस्तेमाल अधिक रिटर्न देने वाले एसेट में निवेश के लिए कर सकते हैं.
ऐसा करने से आप फिजूल खर्च से भी बचे रहेंगे. ज्यादा इनकम का उपयोग स्मार्ट इनवेस्टर बनकर करेंगे और निवेश में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन अपनाएंगे तो बेहतर रिजल्ट मिल सकता है.
छोटा चेंज, बड़ा फायदा
अगर आप पहले से ही इनवेस्टमेंट के 50:30:20 फॉर्मूला का पालन कर रहे हैं, तो सैलरी बढ़ने (Salary Hike) के बाद इसमें छोटा सा बदलाव करके बड़ा फायदा ले सकते हैं.
पहले आप 50 फीसदी हिस्सा आवश्यकताओं के लिए यूज करते थे तो अब उसके लिए 47 फीसदी हिस्सा रखें. पहले 30 फीसदी इनकम अपनी इच्छाएं, लग्जरी और जीवनशैली के खर्चों के लिए रखते थे तो उसमें कोई चेंज ना करें, लेकिन जो 20 फीसदी हिस्सा आप निवेश में लगाते थे उसको बढ़ाकर 23 फीसदी कर दें.
ऐसा करने से आप लक्ष्य को जल्दी पूरा कर पाएंगे या आपने जितने फंड का टारगेट रखा होगा उससे कई ज्यादा फंड जमा कर पाएंगे.
ऐसा मान के चलिए कि आपको सैलरी-हाइक (Salary Hike) नहीं मिला है. जितनी सैलरी में पहले गुजारा हो रहा था वैसे ही गुजारा करते रहिए, लेकिन एक्स्ट्रा इनकम को सेविंग में डाइवर्ट कर दीजिए.
लक्ष्य है जरूरी
आपकी जेब में जो ज्यादा पैसा (Salary Hike) आएगा उसका इस्तेमाल प्रॉपर्टी खरीदने या और कोई लक्ष्य पाने के लिए कर सकते हैं. आपको एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए, वरना आप पैसा लगातार खर्च ही करते रहेंगे. एक बार आप लक्ष्य निर्धारित कर लेंगे तो अपने आप ही उसे पूरा करने के लिए निवेश करने लगेंगे.
इमर्जेंसी फंड
ज्यादा इनकम का उपयोग इमर्जेंसी फंड तैयार करने के लिए करें क्योंकि कभी भी इस फंड की जरूरत पड़ सकती है.
6-12 महीनों की बेसिक जरूरतों को पूरा कर सके इतना इमर्जेंसी फंड तो होना ही चाहिए. इसके लिए आप हर महीने की अपनी सेविंग्स और निवेश पूंजी का एक हिस्सा इस फंड में डालें.
स्किल डिवेलप करें
सैलरी-हाइक (Salary Hike) का इस्तेमाल सिर्फ निवेश के लिए ही जरूरी नहीं है, यदि आपको लगता है कि आपको स्किल बढ़ाने की जरूरत है तो उसके लिए खर्च करना चाहिए. 6 महीने या 1 साल का कोर्स करके आप स्किल डिवेलप कर सकते है, जो बाद में आपको और भी ज्यादा सैलरी बढ़ाने में मदद कर सकती है.
रिटायरमेंट
जिंदगी में ऐसा दौर भी आता है जब आपकी इनकम रुक जाती है. इसके लिए कम उम्र में ही रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए. यदि सैलरी बढ़ (Salary Hike) गई है तो उसका इस्तेमाल रिटायरमेंट के लिए करें.
टैक्सेबल इनकम कम करें
सैलरी बढ़ने (Salary Hike) से आपकी टैक्सेबल इनकम बढ़ रही है तो टैक्स कम कर सके ऐसे एसेट में निवेश करें. आप PPF,टैक्स-सेविंग बॉन्ड, NSC, ELSS जैसे विकल्प पसंद करके सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचा सकते हैं. इससे आपको सैलरी-हाइक का अधिकतम फायदा होगा क्योंकि निवेश के साथ-साथ टैक्स भी बचेगा.
इंश्योरेंस कवर बढ़ाएं
अगर आपको लगता है कि आपका हेल्थ इंश्योरेंस या लाइफ इंश्योरेंस कम है तो आप सैलरी-हाइक का इस्तेमाल ऐसे प्लान खरीदने के लिए कर सकते हैं. इससे भी टैक्स बचाने में फायदा होगा.
कर्ज का बोझ कम करें
अगर आप के ऊपर अधिक कर्ज है तो उसे कम करने के बारे में सोचें. सैलरी हाइक (Salary Hike) के साथ सबसे पहले पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड जैसे कर्जों से छुटकारा पाना जरूरी है क्योंकि इसमें आपका काफी पैसा ब्याज में चला जाता है.
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