आप PPF अकाउंट पर लोन भी ले सकते हैं. इसके एवज में आपको कुछ गिरवी नहीं देना होता और ब्याज दर भी कम रहती है. इसके अलावा लोन चुकाना भी आसान रहता है.
इनमें जहां आपका पैसा सुरक्षित रहेगा वहीं आपको गारंटीड रिटर्न भी मिलेगा. पीपीएफ की मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है.
EPF और PPF दोनों ही बैंक FD जैसे निवेश विकल्पों की तुलना में हायर इंटरेस्ट रेट प्रदान करते हैं.
PPF Vs VPF: पीपीएफ (PPF) में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं.
PFF account reactivation: यह सलाह दी जाती है की आप PPF खाता सक्रिय बनाए रखने के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष के 31 मार्च तक इसमें 500 रुपये जमा करें
PPF Vs VPF: पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आपको अकाउंट एक्टिव रखने के लिए एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये निवेश करना होता है.
PPF: PPF अकाउंट के मैच्योर होने पर अकाउंट को बंद करा सकते हैं. रकम को विड्रॉ कर लें. मैच्योरिटी पर मिलने वाला पूरा अमाउंट टैक्स फ्री होगा.
HUF: कोई व्यक्ति, बैंकिंग व टैक्स संबंधी दस्तावेजों में खुद को अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ मिलाकर एक HUF के रूप में दर्ज करा सकता है.
PPF Account: पीपीएफ एक लोकप्रिय स्कीम है और लाखों लोगों की पसंद है. लेकिन, अगर आपका खाता बंद हो गया है तो आप इस तरह से इसे खुलवा सकते हैं.
किसी एक फाइनेंशियल ईयर में कुल PPF कॉन्ट्रिब्यूशन 1.5 लाख रुपये से ज्यादा होने पर आपको टैक्स बेनेफिट नहीं मिलेगा.