महाराष्ट्र में हुई कम बारिश के चलते प्याज, अरहर, चीनी, गेहूं और चने की बुआई कम होने की आशंका है
अक्टूबर में ज्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है, लेकिन आने वाले महीनों में महंगाई दर बढ़कर 6% के स्तर तक पहुंच सकती है
दिसंबर तक प्याज की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है
1 अगस्त को लासलगांव मंडी में प्याज का औसत भाव 1370 रुपए प्रति क्विंटल था जो 1 सितंबर को बढ़कर 2201 रुपए हो गया
प्याज की खुदरा कीमतें लगभग दो वर्षों में पहली बार बढ़नी शुरू हो गई है
रिपोर्ट में कहा गया है कि बारिश की कमी के कारण फसल के आने में देरी के बाद अक्टूबर-नवंबर के दौरान प्याज की कीमतों के उच्च स्तर पर रहने की संभावना है
व्यापारियों का मानना है कि प्याज के भाव (Onion price) में एकदम उछाल आया है. देखते-देखते थोक भाव 4500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है.