जब बाजार में भारी गिरावट, उतार-चढ़ाव हो तब आपकी स्कीम का प्रदर्शन कैसा है और फंड मैनेजर आपके रिटर्न को कितना सुरक्षित रखता है, ये बेहद जरूरी है.
Mutual Fund Investment Tips: अगर आपको वैल्थ क्रिएशन नहीं करना है, तो बेशक आप म्यूचुअल फंड से दूर रह सकते है.
माइक्रो-SIP के ज़रिए केवल 100 रूपये हर महीने निवेश कर सकते है, जिसके कारण गांव के लोग और दैनिक वेतनभोगी लोग भी इक्विटी बाज़ार का हिस्सा बन सकते है.
Mutual Fund Risks: रिस्क से जुड़ी सबसे जरूरी और कारगर स्ट्रैटेजी यह है कि ऐसे प्रोफाइल में निवेश किया जाए, जो निवेशक की जोखिम सहनशीलता से मेल खाता हो
SIP in Mutual Fund Investment म्यूचुअल फंड में SIP के ज़रिए निवेश कर रहे है तो आपको दूसरों की नकल करना बंद करना होगा
इंवेस्टमेंट के सफर में भी कोच यानि रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर (RIA) को साथ रखने से निवेशक को फायदा होता है.
1 साल में इक्विटी बाजारों ने निवेशकों को तगडा रिटर्न दिया है, वहीं गोल्ड ETF में नेगेटिव रिटर्न मिला है, तो क्या गोल्ड ETF से दूर रहना बेहतर होगा.
इक्विटी फंड म्यूच्यूअल फंड की वो स्कीम है, जो खासकर शेयर्स/कंपनी के स्टॉक्स में निवेश करती है. इन्हें Growth Fund (वृद्धि फंड) भी कहते हैं.
पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने के लिए अपनी जरूरतें, रिस्क लेने की क्षमता, शोर्ट, मीडियम और लोंग-टर्म टार्गेट, टैक्स जैसे पहलु ध्यान में रखने चाहिए.
म्यूचुअल फंड में आपने निवेश किया है तो उससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिए. ये बातें संकते देती हैं कि आपका म्यूचुअल फंड किस दिशा में जा रहा है.