पीएमआई आंकड़ों के अनुसार, सितंबर महीने में लगातार तीसरे महीने समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार के संकेत मिले हैं.
Manufacturing PMI: ये सूचकांक जुलाई 2020 के बाद पहली बार 50 अंक से नीचे गिर गया. 50 से नीचे का आंकड़ा मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में संकुचन को दर्शाता
मार्केट में निवेशकों की नजर ब्रेंट क्रूड के उतार-चढ़ाव, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और रुपये के मूवमेंट पर भी होगी.
मई में मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI गिरकर 50.8 पर आ गया, जो अप्रैल में 55.5 पर था. हालांकि, 50 से ऊपर PMI ग्रोथ दर्शाती है.