प्रमुख बैंकों की चौथी तिमाही में लोन की ग्रोथ 13 से 19 फीसद तक रही
म्यूचुअल फंड पर लिया गया लोन सिक्योर्ड लोन है. इस वजह से यह पर्सनल लोन की तुलना में सस्ता पड़ता है.
रिवर्स मॉर्गेज लोन स्कीम क्या है? कैसे बुढ़ापे का सहारा बन सकती है ये स्कीम? किस तरह काम करती है, इसके नफा-नुकसान क्या है? जानने के लिए देखें ये वीडियो.
वर्ष 2022-23 में बैंकों ने 2.52 लाख करोड़ रुपए का होमलोन दिया.
रिजर्व बैंक की इस मौद्रिक नीति समिति में केंद्रीय बैंक के दो प्रतिनिधि होते हैं. उनके साथ तीन बाहरी सदस्य भी एमपीसी की बैठक में शामिल होते हैं.
क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी ट्रांसयूनियन सिबिल का कहना है कि महंगे हुए कर्ज की वजह से दिसंबर तिमाही के दौरान देश में होमलोन की इंक्वायरी में गिरावट देखने को मिली है.
एजुकेशन लोन छात्र के नाम पर होता है लेकिन उसमें गारंटर की जरूरत पड़ती है जो आमतौर पर छात्र के माता-पिता होते हैं. यह लोन बिना जमानत यानी बिना किसी सिक्योरिटी के दिया जाता है.
कर्जदार की ओर से वसूली का दबाव, भागता ब्याज, ऊपर से लेट फीस. इससे दबाव में आकर व्यक्ति एक लोन से छुटकारा पाने के लिए दूसरा और फिर तीसरा लोन ले बैठते हैं. इस तरह वह महंगे लोन के जाल में फंस जाता है.
अगर ग्राहक का पिछला रिकॉर्ड अच्छा है, डिफॉल्ट नहीं हुए हैं और समय से वो भुगतान करता आया है तो कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है.
लोन लेना किसी व्यक्ति के लिए केवल पैसा जुटाना भर नहीं होता बल्कि यह उसके सपनों और लक्ष्यों से जुड़ा हुआ होता है.