आयकर नियमो के तहत जीवन बीमा के प्रीमियम पर कुल 1.50 लाख रुपये तक की टैक्स छूट हैं. हालांकि, जीएसटी भुगतान पर टैक्स छूट पॉलिसी के अनुसार अलग-अलग है.
Emergency Fund: एक व्यक्ति को पर्याप्त इमरजेंसी फंड तैयार करने की जरूरत होती है. जिससे वह किसी भी खराब स्थिति से निपटने में सक्षम हो सके.
Life Insurance: टर्म इंश्योरेंस केवल रिस्क कवर उपलब्ध कराता है. मनी-बैक पॉलिसी में मैच्योरिटी बेनेफिट और बोनस प्राप्त होते हैं. ये महंगे होते हैं.
ऐसे प्लान को कम उम्र में लेना अच्छा होता है. जब आप युवा होते हैं तो जोखिम भी कम होता और इसकी लागत भी कम होती है.
ULIP इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस दोनों का कॉम्बिनेशन है. ULIP प्रीमियम के एक हिस्से का इस्तेमाल इंश्योरेंस का भुगतान करने के लिए किया जाता है.
EDLI स्कीम के तहत बीमा का लाभ लेने के लिए कर्मचारियों को किसी भी तरह का प्रीमियम देने की जरूरत नहीं है.
मुफ्त हेल्थ इंश्योरेंस, बोनस, नौकरी, सोने का सिक्का जैसे ऑफर्स का लालच देकर अनजान ग्राहकों को ऐसी पॉलिसी बेची जाती हैं.
प्रीमियम का फाइनल पेमेंट 254 रुपए से बढ़ गया. मतलब एक साल में कुल 3048 रुपए का एडिशनल खर्चा जो GST की वजह से बढ़ गया है.
Health Insurance: पॉलिसी लेते वक्त आपको कई बातों पर ध्यान देना चाहिए. मसलन, प्री-पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन का खर्च, क्लेम सेटलमेंट रेश्यो आदि.
मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने कहा कि उसकी (AUM) अब एक दशक में छह गुना की वृद्धि दर्ज करते हुए 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई है.