Form 26AS को annual consolidated statement के तौर पर भी जाना जाता है. ये एक जरूरी दस्तावेज है जिसमें करदाता की टैक्स से जुड़ी सभी जानकारी होती है.
Retirement Planning: आप सीधे एक एन्युटी खरीद सकते हैं. इन दो तरह के एन्युटी प्लान को डिफर्ड और इमीडियेट एन्युटी के तौर पर जाना जाता है.
LIC Saving Plus Plan: LIC ने मार्च में लॉन्च किए बचत प्लस प्लान की अवधि 10 सितंबर को खत्म हो जाएगी. इसमें लंबी अवधि के लिए बचत का मौका मिलता है.
म्यूचुअल फंड पोर्टफॉलियो को सुरक्षित करने के लिए डेट फंड शामिल करने चाहिए, लेकिन इससे पहले आपको कुछ अहम बातों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
Investment: यह निवेश (Investment) इक्विटी शेयरों और अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय संचयी तरजीही शेयरों के निजी आवंटन के जरिये किया गया है.
Mutual Fund Investment Tips: अगर आपको वैल्थ क्रिएशन नहीं करना है, तो बेशक आप म्यूचुअल फंड से दूर रह सकते है.
Nominee: ओनर की मृत्यु के बाद एसेट को किसी और को सौंपने के लिए नॉमिनी की जरूरत होती है. नॉमिनी एक या एक से अधिक हो सकते हैं.
Loan against property: लोन लेने से पहले अलग अलग लेंडर्स द्वारा दी जाने वाली दरों की तुलना कर लें. इन लोन में हाइअर टेन्योर शामिल होते हैं.
RBI के अलावा बैंकों ने सरप्लस फंड्स को ओवरसीज सॉवरेन पेपर्स में भी रखना शुरू कर दिया है, जिसके लिए रिजर्व बैंक ने हाल ही में नियमों को उदार बनाया है.
फैक्टर इन्वेस्टिंग एक्टिव और पैसिव इन्वेस्टमेंट दोनों के बीच की चीज है. इसमें भावनाओं को दूर रखा जाता है और नियमों के आधार पर निवेश किया जाता है.