म्यूचुअल फंड के निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन आपको एक आम निवेशक नहीं, बल्कि स्मार्ट निवेशक बनना चाहिए, और अपनी पूंजी बढ़ानी चाहिए
महिलाओं को भी अब निवेश दस्तावेजों की जानकारी होनी चाहिए, ताकि समय पड़ने पर वे समस्या का सामना कर सकें.
निवेशकों को पैसिव और एक्टिव दोनों तरह के फंडों को पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाना चाहिए.
म्यूचुअल फंड स्कीम का प्रदर्शन नापने के लिए XIRR, TRI, CAGR, रोलिंग रिटर्न, पॉइन्ट-टु-पॉइन्ट रिटर्न जैसे विभिन्न रिटर्न का इस्तेमाल किया जाता है.
Financial Tips: सबसे पहले आपको जानना होगा कि आपका पैसा खर्च कहां हो रहा है. यह अनुमान लगाना असंभव है कि आप समय के साथ कितनी बचत कर सकते हैं.
आमतौर पर निवेशक लिस्टिंग-डे गेन के लिए IPO में निवेश करते हैं, लेकिन वे सही मूल्यांकन और प्रमोटर, प्रबंधन का ट्रैक-रिकॉर्ड नजरअंदाज कर देते हैं.
अचानक हुई मृत्यु के मामले में ULIP पॉलिसी होल्डर के परिवार को वित्तीय मुआवजा सुनिश्चित करता है. इसके बदले में इंश्योरर मोर्टेलिटी चार्ज वसूल करता है.
कई लोग म्यूचुअल फंड या स्टॉक या FD के निवेश को उपलब्धि मानते हैं, लेकिन मौजूदा वक्त में इनके अलावा भी कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी है.
निवेश करने की योजना है तो कम राशि की छोटी अवधि का निवेश करें. इससे आपको समय आने पर अपना निवेश विकल्प बदलने में मदद मिलेगी.
अचानक आए खर्च से निपटने के लिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग जरूर होनी चाहिए.