
डेट म्यूचुअल फंड केटेगरी में सिर्फ क्रेडिट रिस्क फंड ने पिछले एक साल में दो अंको में रिटर्न दिया हैं, इसलिए निवेशकों में इसके प्रति आकर्षण बढ सकता हैं

यदि आपकी आमदनी अभी कम है तो उसे बढ़ाने की कोशिश करनी होगी. एक बजट तैयार करें उसके अनुसार ही चलें.
कुछ दिन निवेशक बिटकॉइन के बाजार मूल्य से घबराते हैं जबकि अन्य दिन भारत में इसकी वैधता के बारे में सोचने में व्यतीत होते हैं.

एसेट के सही आबंटन पर फोकस करें. इसमें निवेशक विभिन्न एसेट क्लास में निवेश करता है. ताकि, किसी एक एसेट में आई गिरावट की भरपाई दूसरे से की जा सके.

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इस रणनीति में आपको गुणवत्ता वाले स्टॉक या उच्च रेटिंग वाली म्यूचुअल फंड स्कीम का चयन करना हैं, जो एक मौलिक रूप से मजबूत कंपनी या फंड का प्रतीक है.

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कई निवेशक उनके पोर्टफोलियो में 75% तक इक्विटी-एक्सपोजर रखने की क्षमता होते हुए भी, 10% इक्विटी भी नहीं रखते हैं. लंबी अवधि में बडे़ लाभ को गंवाते हैं.