ULIP: नए प्लान में 5 साल की लॉक-इन अवधि होती है. इन प्रोडक्ट्स में शुरुआती सालों में चार्ज ज्यादा होते हैं जैसे फंड एलोकेशन चार्ज, फंड मैनेजमेंट फीस, पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन फीस
Mutual Fund: आनंद राठी वेल्थ मैनेजमेंट के डिप्टी CEO फिरोज अजीज मानते हैं कि अब वो वक्त आ गया है कि आप जो भी रकम बचा रहे हैं उसे तुरंत निवेश में लगाइए.
कई दफा लोग ऐसी चीजों की खरीदारी कर लेते हैं जिनकी उन्हें जरूरत नहीं होती है, इसके लिए आप लोन लेते हैं और फिर ऊंचा ब्याज चुकाते हैं.
Investment: एक साल के रिटर्न वाले 'भूत' से बचिए ! Edelweiss AML की MD और CEO राधिका गुप्ता के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में नया निवेश करने वालों को इस 'भूत' से बचना बहुत जरूरी है.
यहां हम आपको पैसों को लेकर मन में बने हुए डर (Financial Fears) और उनसे निपटने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं.
Retirement Mutual Funds: अक्सर रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड्स के कई वेरिएंट आते हैं, इनमें इक्विटी और डेट दोनों ऐसेट क्लास में ऐलोकेशन के मुताबिक वेरिएंट तय होते हैं.
जैसे SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते है, वैसे ही स्टेप-अप SIP के जरिए आप निवेश की अमाउंट में निर्धारित समय के बाद इजाफा करते हैं.
rule of 72 आपके निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज के प्रभाव को समझने में उपयोगी है. इसे निवेश, मुद्रास्फीति और GDP जैसे बढ़ते मूल्यों पर लागू किया जा सकता है.
Salary Hike: ज्यादा इनकम का उपयोग स्मार्ट इनवेस्टर बनकर करेंगे और निवेश में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन अपनाएंगे तो बेहतर रिजल्ट मिल सकता है.
Nominee: नॉमिनी और उत्तराधिकारी अलग हैं. लेकिन हर निवेश में ऐसा हो ये जरूरी नहीं. बीमा और EPF में नॉमिनी ही उत्तराधिकारी होता है .