इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपने नए पोर्टल पर AIS जारी किया है. यह टैक्सपेयर्स की डिटेल इंर्फोमेशन देने के साथ ही फीडबैक का ऑप्शन भी उपलब्ध कराता है.
किसी भी चल या अचल संपत्ति पर मिलने वाले प्रॉफिट पर लगने वाले टैक्स को लॉन्ग-टर्म या शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन टैक्स कहा जाता है.
इनकम टैक्स सर्च में उन सभी भवनों व स्थानों में प्रवेश और जांच करने की अनुमति दी जाती है, जहां अनरिपोर्टेड रेवेन्यू पर विश्वास करने के लिए उचित आधार है
डाकघर कि विभिन्न स्कीम्स में निवेश से आप आयकर अधिनियम कि धारा 80C के तहत अच्छा खासा टैक्स बचा सकते हैं और सुरक्षित रिटर्न पा सकते हैं.
साल में 1.5 लाख रुपये का टैक्स-बेनिफिट क्लेम कर सकते हैं, वहीं 80D और 10(10D) जैसी दूसरी धारा का उपयोग करके भी आप टैक्स बचा सकते हैं.
अगर आपके ऊपर क्रेडिट कार्ड का बिल है, जिसकी ब्याज की चिंता में आप रात में सो नहीं पा रहे हैं, उसे आप टैक्स रिफंड से मिलने वाले पैसों से चुका सकते हैं.
विभिन्न मंचों पर सभी कानूनी मामलों को वापस लेने के दौरान किसी भी नुकसान की मांग नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध होना होगा.
वीज़ा इंटरव्यू के दौरान, कई विदेशी कमर्शियल दूतावास आपसे बीते सालों के टैक्स रिटर्न की मांग करते हैं.
Tax Saving: SCSS, 60 वर्ष से अधिक के आयु वालों के लिए कर-बचत की एक अच्छी स्कीम है. इसमें सरकार गारंटी देती है.
मैच्योरिटी पर मिले अमाउंट की टैक्सेबिलिटी दो फैक्टर हैं जिन्हें हर टैक्सपेयर को इन्वेस्टमेंट स्कीम चुनने से पहले चेक करना चाहिए.