पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) में लोगों का भरोसा आज भी पहले की तरह कायम है. यह एक ऐसा निवेश है जिस पर आपको अच्छा ब्याज मिलता है. साथ ही आयकर टैक्स (Income Tax) से छूट का लाभ भी. पीपीएफ (Public Provident Fund) में अगर आप एक हजार रुपये हर माह यानि 34 प्रतिदिन के हिसाब से निवेश करते हैं तो यह रकम लाखों रुपये में पहुंच जाती है.
पीपीएफ खाता शुरुआत में 15 साल के लिए खुलता है. यह देश में पोस्ट ऑफिस और बैंकों में से कहीं भी खोला जा सकता है. पीपीएफ अकाउंट में 1 साल में न्यूनतम 1 बार और अधिकतम 12 बार पैसे जमा किए जा सकते हैं. साल में 1 बार में न्यूनतम 500 रुपये और साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकता है. पीपीएफ अकाउंट में ब्याज दर सरकार हर तीन महीने में तय करती है. फिलहाल इस समय पीपीएफ पर 7.1 फीसदी ब्याज दे रही है.
पीपीएफ खाता शुरुआत में 15 साल के लिए खुलता है. लोग अगर चाहें तो 15 साल के बाद इस खाते के पूरा होने पर पूरा पैसा ब्याज के साथ निकाल सकते हैं. पैसा निकालने के बाद यह पीपीएफ खाता बंद हो जाता है, लेकिन सरकार एक विकल्प देती है कि अगर निवेश चाहे तो पीपीएफ खाता 15 साल पूरा होने के बाद 5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. यही नहीं अगर 20 साल के बाद चाहें तो भी इसे बढ़ाया जा सकता है. इसी तरह इस पीपीएफ खाते को आप जितनी अविध तक चाहें बढ़ा सकते हैं.
अगर आप पीपीएफ खाते में हर महीने 1000 रुपये जमा करते हैं तो 15 साल में आपकी निवेश राशि 1.80 लाख रुपये हो जाएगी. इस पर 1.45 लाख रुपये का ब्याज मिलेगा. यानी मैच्योरिटी के बाद आपको कुल 3.25 लाख रुपये मिलेंगे. अब अगर आप पीपीएफ खाते को और 5 साल के लिए बढ़ाते हैं और हर महीने 1000 रुपये का निवेश जारी रखते हैं तो आपकी कुल निवेश राशि 2.40 लाख रुपये होगी. इस रकम पर 2.92 लाख रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह मैच्योरिटी के बाद आपको 5.32 लाख रुपये मिलेंगे.
अगर आप 15 साल (कुल तीस साल) की मैच्योरिटी अवधि के बाद 5-5 साल के लिए इसे तीन बार बढ़ाते हैं और हर महीने 1000 रुपये का निवेश जारी रखते हैं तो आपके द्वारा निवेश की गई कुल राशि 3.60 लाख रुपये हो जाएगी 8.76 लाख पर ब्याज मिलेगा यह. इस तरह मैच्योरिटी पर कुल 12.36 लाख रुपये मिलेंगे.
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