
home loan: बताया जा रहा है कि वर्ष 2004 के बाद से यह पहला मौका है जब 6 से 7 प्रतिशत की दर पर बैंक होम लोन दे रहे हैं.

होम लोन लेने वालों की संख्या में भी 26% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मैजिकब्रिक्स होम लोन्स कंज्यूमर स्टडी के आधार पर ये जानकारी मिली है.

पिछले कई सालों से हाउसिंग मार्केट में मंदी छाई है. अभी होम लोन की ब्याज दरें कम हैं इसके बावजूद मीडिल क्लास के खरीदारों को होम लोन लेना महंगा लगता है.

Home Loan: होम लोन का टेन्योर 25 साल तक का हो सकता है. यहां तक कि मामूली आधा प्रतिशत का अंतर भी लेंडर को चुकाए गई रकम में राहत देने के लिए काफी होगा.

यदि आप किसी भी तरह की वित्तीय आपात स्थिति जैसे कि अचानक अस्पताल में भर्ती होना, नौकरी छूटना का सामना करते हैं तो यह फंड आपके काम आएगा.

Home loan EMI: अगर आपको कहीं से अतिरिक्त आमदनी होती है तो उस रकम का इस्तेमाल लोन के प्रीपेमेंट के लिए किया जा सकता है.

Loan against property: लोन लेने से पहले अलग अलग लेंडर्स द्वारा दी जाने वाली दरों की तुलना कर लें. इन लोन में हाइअर टेन्योर शामिल होते हैं.

आपकी पत्नी हाउसवाइफ है और उसके नाम पर प्रोपर्टी रजिस्टर करवाते है तो उसे बेनामी ट्रांजेक्शन माना जा सकता है, इसलिए बेहतर है कि को-ओनरशिप रखें.

Home Loan: वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी होता है. एक खर्च के लिए व्यवहारिक बजट तैयार करें. यहीं से कर्ज चुकाने की शुरुआत होती है

Property: ई-धरती जियो (e-Dharti Geo Portal) नामक पोर्टल पर 60 हजार संपत्तियों की डिजिटल मैपिंग का काम तेजी से चल रहा है.