IRDAI (Insurance Regulatory and Development Authority of India) ने Health Insurance पर एक Master Circular जारी करते हुए साफ कर दिया है कि Insurance Company को अनुरोध के एक घंटे के भीतर Cashless treatment की अनुमति देने पर निर्णय लेना होगा... जानें Health Insurance पर IRDAI Master Circular की 10 बड़ी Highlights.
अगर आप जल्दी हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं तो कम प्रीमियम में बेहतर कवरेज मिलेगा
अगर आपकी उम्र 50 साल है और अभी तक आपने हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लिया हैं, तो SBI जनरल के आरोग्य प्लस प्लान के बारे में सोच सकते हैं.
Health Insurance: पॉलिसी लेते वक्त आपको कई बातों पर ध्यान देना चाहिए. मसलन, प्री-पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन का खर्च, क्लेम सेटलमेंट रेश्यो आदि.
यदि इंश्योर्ड व्यक्ति को दिल से जुड़ी किसी बीमारी का पता चलता है, तो इंश्योरर एकमुश्त राशि का भुगतान करता है.
मेडिकल इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति का सामना TPA से होता है. जब आप क्लेम लेने की कोशिश करते हैं तो आपको TPA से ही डील करना पड़ता है.
Health Insurance: जब हेल्थ इंश्योरेंस की बात आती है, इसमें दो ऑप्शन उपलब्ध होते हैं. पहला व्यक्तिगत हेल्थ प्लान और दूसरा फैमिली फ्लोटर पॉलिसी.
Aarogya Sanjeevani Policy: IRDAI ने पिछले साल सभी इंश्योरेंस कंपनियों को आरोग्य संजीवनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ऑफर करने का निर्देश दिया था.
Insurance Portability: यह ऐसा प्रोसेस है जिसमें पॉलिसीहोल्डर बेनिफिट को खोए बिना इंश्योरेंस पॉलिसी को एक इंश्योरर से दूसरे में स्विच करता है.
अगर आपके पास एक से अधिक बीमा पॉलिसी है तो कैशलेस सुविधा के लिए जाना बेहतर होता है. ऐसी बीमा कंपनी को चुनें जिनके नेटवर्क में ज्यादा अस्पताल आते हों.