फ्यूल क्रेडिट कार्ड की मदद से पेट्रोल-डीजल की खरीद पर पैसे बचाने में मदद मिलती है
RBI ने अपनी मॉनेटरी पॅालिसी रिपोर्ट 2021 में बताया था कि खुदरा और थोक दोनों ही वर्गों में ईंधन की महंगाई जुलाई 2020 से शुरु हो गई थी.
सीमित ग्लोबल सप्लाई की वजह से खाने का तेल पहले ही महंगा है और अब रूस-यूक्रेन युद्ध ने आग में घी का काम कर दिया.
अब 100 रुपए में भी करें म्यूचुअल फंड योजना में निवेश, नए साल में कितनी बढ़ेगी ईंधन की मांग.. जानने के लिए देखिए मनी टाइम.
Petrol Price: नोमुरा का दावा है कि वित्त वर्ष 22 के बचे हुए हिस्से में 45 हजार करोड़ की राजस्व हानि होगी.
IOC के चेयरमैन एम एम वैद्य ने कहा कि पेट्रोल और LPG की मांग पहले ही कोविड से पहले के स्तर से अधिक है और डीजल की खपत सामान्य स्थिति में वापस आ रही है.
Fuel Demand: मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने बुधवार को कहा कि सरकारी ऑइल कंपनियां IOC, BPCL और HPCL की इनकम अगले 12-18 महीनों में बढ़ेगी.
मार्केटिंग ऑपरेशंस से स्टेबल हुई इनकम ने पिछले 12-18 महीनों में रिफाइनरी सेगमेंट के कमजोर प्रदर्शन को दूर करने में मदद की है.
आप फ्यूल या इलेक्ट्रिक(electric), इनमें से किसी एक गाड़ी को चूज करने में कंफ्यूज हो रहे हैं तो पहले आपको दोनों के बीच एक नॉर्मल कैलकुलेशन करना होगी
Pandemic: बढ़ती महंगाई, इलाज को लेकर परेशानी और आमदनी की अनिश्चितता या नौकरी छूटना जैसी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.