महंगे फ्यूल के बीच नए टू-व्हीलर की तलाश कर रहे कस्टमर्स का मूड अब चेंज हो रहा है. इसका अंदाजा इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ती मांग से लगाया जा सकता है. हालांकि कई कस्टमर अभी भी इलेक्ट्रिक बाइक(electric bike)और फ्यूल के बीच अपनी पसंद चूज करने में कंफ्यूज हो रहे हैं. इसी कंफ्यूजन को दूर करने के लिए हम यहां एक नॉर्मल कैलकुलेशन के साथ इनकी परेशानी को कुछ हद तक सॉल्व करने की कोशिश कर रहे हैं.
अगर आप फ्यूल या इलेक्ट्रिक(electric), इनमें से किसी एक गाड़ी को चूज करने में कंफ्यूज हो रहे हैं तो सबसे पहले आपको दोनों के बीच एक नॉर्मल कैलकुलेशन करनी होगी. यानि फ्यूल की अगर एक बाइक(bike) खरीदते हैं, जो प्रति लीटर पेट्रोल में आपको 70 किलोमीटर तक का ऐवरेज देती है. यानि करीब 100 रुपये में आप रोज 70 किलोमीटर का सफर तय कर सकते हैं. कुछ महीने तक सर्विस फ्री होगी लेकिन उसके बाद दो से तीन महीने में सर्विस के नाम पर आपको कम से कम 500 रुपये का खर्चा करने होंगे. यानि हर महीने 3000 रुपये आपको पेट्रोल पर देने होंगे. वहीं साल में पेट्रोल पर 36 हजार और करीब दो से तीन हजार रुपये सर्विस चार्ज पर खर्च करने होंगे. मतलब एक साल में करीब 39 हजार रुपये का खर्च.
अगर इसी कैलकुलेशन को ई बाइक्स से कंपेयर करके देखें तो मार्केट में जैसे रिवॉल्ट कंपनी की बाइक है, जोकि 90 हजार रुपये की कीमत में है. एक बार बाइक लेने के बाद आपको सात साल तक कोई खर्च नहीं करना है. इसके बाद 35 हजार रुपये की कीमत वाली बैटरी खरीदनी होगी जोकि वर्तमान प्राइस है. लीथियम को लेकर गर्वमेंट लेवल पर चल रही कोशिशों को लेकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि लीथियम बैटरी आगामी सालों में सस्ती हो सकती हैं क्योंकि इनका घरेलु उत्पादन भी बढ़ने लगेगा. इस आधार पर देखें तो 7 साल में फ्यूल की बाइक पर आपको कम से कम 2.70 से 2.75 लाख रुपये का खर्च आता है. जबकि ई बाइक पर आपको महज 90 हजार रुपये ही खर्च करना है. 7 साल में सर्विस के नाम पर आपको बमुश्किल पांच से छह हजार रुपये का अतिरिक्त खर्च और आ सकता है.
ई बाइक पर सरकार की सब्सिडी भी मिलती है जो करीब 12 से 15 हजार रुपये है और अभी ई बाइक्स की कीमतें भी कम होने लगी हैं. रिवॉल्ट के नए मॉडल RV400 पर ही 28 हजार रुपये कम हुए हैं.
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