आप जो करना चाहते हैं उसके लिए सही टाइम पर पर्याप्त पैसा होना सपने के सच होने जैसा है. इसमें आपके काम आता है फाइनेंशियल प्लान. फाइनेंशियल प्लान क्या है? इसे बनाना क्यों जरूरी है? फाइनेंशियल प्लान का रिव्यू करना क्यों जरूरी है? जीवन के किन अहम पड़ावों पर आपको फाइनेंशियल प्लान का रिव्यू करना चाहिए? जानें…
नए साल पर कैसे लें कोई फाइनेंशियल रेजोल्यूशन? फाइनेंशियल रेजोल्यूशन लेना क्यों है जरूरी? क्या हो सकता है आपका फाइनेंशियल रेजोल्यूशन?
सेबी ने पैसिव फंड के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स यानी ELSS लाने की इजाजत दे दी है. इनसे क्या होगा आम निवेशकों को फायदा.
अप्रत्याशित रूप से होने वाली उथल-पुथल से निपटने के लिए वित्तीय योजनाएं बनाने और पर्सनल फाइनेंस को मैनेज करने की जरूरत पर जोर दिया.
लक्ष्य-आधारित प्लानिंग करने से आपको व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों की प्राथमिकता, आवश्यकता और समय सीमा को समझने में मदद मिलती है.
आपको रोजमर्रा की जरूरतों के लिए एक नियमित आमदनी की आवश्यकता होती है. यह आपकी बचत और निवेश से ही प्राप्त हो सकती है.
एक्सिस चिल्ड्रन गिफ्ट फंड को छोड़कर, एसबीआई, यूटीआई, एचडीएफसी और एलआईसी के पास 5-6 साल के लिए हार्ड एग्जिट लोन है और आपसे पैसे लेते हैं.
वार्षिक रिटर्न इस बात का पैमाना है कि किसी निवेश ने एक साल में कैसा प्रदर्शन किया, पूर्ण रिटर्न सभी निवेशों के लिए सफलता का पैमाना है.
बैंक खाते से लेकर बीमा, लोन से लेकर निवेश तक, दंपति को सभी मोर्चों पर अपने वित्त की योजना बनानी चाहिए
दंपत्तियों के बीच वित्तीय योजना के सभी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए इन्वेस्टोग्राफी की संस्थापक और सीएफ़पी श्वेता जैन की मेजबानी की.