किसी भी दंपति के लिए इन तीन मोर्चों पर एक साथ योजना (Financial Planing) बनाना बहुत महत्वपूर्ण है. इनमें खर्च, कमाई और निवेश शामिल है. बैंक खाते से लेकर बीमा, लोन से लेकर निवेश तक, दंपति को सभी मोर्चों पर अपने वित्त की योजना बनानी चाहिए और आपस में पहलुओं पर चर्चा करनी चाहिए. मनी9 हेल्पलाइन ने दंपत्तियों के बीच वित्तीय योजना के सभी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए इन्वेस्टोग्राफी की संस्थापक और सीएफ़पी श्वेता जैन की मेजबानी की.
संतू मंडल: अगर पति इक्विटी और पत्नी कर्ज में डालता है तो क्या बेंजामिन ग्राहम की 50% लोन और 50% इक्विटी रणनीति जोड़े के लिए अच्छी होगी?
जैन: यदि यह रणनीति आपके लिए काम कर रही है तो आप इसमें शामिल हो सकते हैं. यहां नकारात्मक पहलू यह है कि पति का पैसा बढ़ेगा जबकि पत्नी का पैसा केवल बच रहा है. यह भविष्य में समस्याग्रस्त हो सकता है क्योंकि आपके बीच संघर्ष उत्पन्न हो सकता है. विवाद हो सकता है. अगर पत्नी इक्विटी में निवेश नहीं कर रही है तो उसे इसके बारे में जानकारी नहीं होगी और वह इक्विटी में निवेश करना नहीं सीखेगी. मुझे लगता है कि महिलाओं को इक्विटी में निवेश करना चाहिए और आप दोनों को पोर्टफोलियो में विविधीकरण की रणनीति अपनानी चाहिए.