Education Loan में कमजोर वर्ग के बच्चों को लोन पर ब्याज सब्सिडी भी मिलती है जिससे उन पर लोन का बोझ भी कम रहता है.
गुजरे कुछ वर्षों से बैंक के अलावा NBFC भी Education Loan ऑफर करने लगे हैं. इसके चलते एजूकेशन लोन लेना आसान हो गया है.
मौजूदा वक्त में पढ़ाई का खर्च कई गुना बढ़ गया है. ऐसे में तमाम लोगों को एजूकेशन लोन लेना पड़ता है. लेकिन, इसमें कई बातों का ध्यान रखना चाहिए.
महामारी के दौर में कई युवा एजूकेशन लोन की EMI नहीं चुका पा रहे हैं. लेकिन, बैंक के एक्शन से बचने के लिए आपको कुछ कदम उठाने होंगे.
आने वाले 15 साल में पढ़ाई का खर्च कई गुना बढ़ जाएगा. यहां हम आपको बता रहे हैं कि अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए फंड कैसे जोड़ा जा सकता है.
Education loan NPAs: एजुकेशन लोन का 9.7% यानि 8263 करोड़ रुपए वापस नहीं आया है. लोन नहीं चुकाने में नर्सिंग और इंजीनियरिंग वाले सबसे ज्यादा हैं.
Income Tax latest update- टैक्स बचाने के लिए ये भी बड़े काम का सेक्शन है. इसके तीन हिस्से हैं, जिनसे टैक्स बेनिफिट मिलता है. पहला 80E, दूसरा 80EE और तीसरा 80EEB.
एजुकेशन के लिए बैंकों या किसी अन्य वित्तीय संस्थानों से Education Loan लिया जाता है. इसमें सभी बैंकों की लोन देने की अपनी प्रक्रिया होती है.
Scholarship Scheme : सरकार युवाओं को अच्छी एजुकेशन देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इनका आप फायदा उठा सकते हैं.
महामारी में एजुकेशन लोन (Education Loan) को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. कॉलेज एडमिशन में देरी, शिक्षा संस्थानों का पेमेंट देर से करने के विकल्पों, ऑनलाइन होती पढ़ाई और बैंकों के लोन बांटने की देरी से एजुकेशन लोन सेगमेंट पर असर पड़ा है. भारतीय रिजर्व बैंक के हर महीने के डाटा के मुताबिक 18 दिसंबर […]