rural demand: साल-दर-साल का इसका औसत 3.1% था. जबकि अगले दस वर्षों में 9.9% के औसत से ग्रोथ देखी गई.
30 साल पहले जब अर्थव्यवस्था को उदार बनाया गया था, तब यह लक्ष्य था कि प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया जाए और आर्थिक सत्ता का विकेंद्रीकरण किया जाए.
PSU को देश की जनता के दिए टैक्स से सींचा जा रहा है. जो फंड PSU को दिया जा रहा है, उससे दूसरे स्कूल, अस्पताल और सड़कों का निर्माण संभव है.
यह सर्वे दर्शाता है कि कोविड -19 की दूसरी लहर ने पहले लॉकडाउन और पहली लहर की तुलना में उपभोक्ता विश्वास को कहीं अधिक नुकसान पहुंचाया है.
कोरोना महामारी के बीच कमजोर इकोनॉमी ने फॉर्मल सेक्टर में भारतीय महिलाओं का रोजगार बूस्ट किया है. UNDP और फिक्की जारी की रिपोर्ट
जो सूचकांक के 99.9 पर चढ़ने के साथ, मार्च 2020 में 100 के बेसलाइन स्तर से कुछ ही दूरी पर आ पहुंचा है.
जिन राज्यों को कभी पिछड़ा माना जाता था उन्होंने तेजी से प्रगति की, जबकि बंगाल नौकरियों की जद्दोजहद से जूझ रहा है.
monsoon: कम बारिश से खरीफ बुआई का रकबा 9 जुलाई तक 5 करोड़ हेक्टेयर रहा है. जो पिछले साल 5.56 करोड़ हेक्टेयर में बुआई से 10.4% कम है.
Gold: एनालिस्ट का मानना है कि पोर्टफोलियो में थोड़ा सा गोल्ड होने से मौजूदा स्थिति में गिरावट को कम करके स्टेबिलिटी देने में मदद मिल सकती है
Economy: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि देश तीसरी लहर से निपटने के लिए अधिक बेहतर तरीके से तैयार है.