आज 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश हुआ और 'मनी सेंट्रल' में इस सर्वेक्षण को लेकर रोचक चर्चा हुई.
Automobile sector: होलसेल लेवल पर टू व्हीलर गाड़ियों की बिक्री जनवरी 2018 के लेवल पर रिकवरी के मामले में पैसेंजर व्हीकल से दस कदम पीछे है.
हम बहुत जल्द अर्थव्यवस्था की रेलगाड़ी को पूरी गति के साथ पटरी पर दौड़ता हुआ देखने वाले हैं. मगर तब तक दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी.
मई में मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI गिरकर 50.8 पर आ गया, जो अप्रैल में 55.5 पर था. हालांकि, 50 से ऊपर PMI ग्रोथ दर्शाती है.
Economic Recovery: वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान वित्तीय घाटा GDP का 6.8 फीसदी रहने का अनुमान दिया था. इसके लिए भारत को तेज ग्रोथ की जरूरत है
कोरोना, नोटबंदी, GST जैसे झटकों (Economic Shock) से जिसका सामना हुआ है उसके मन में यह बात बैठ गई है कि फिटनेस ऐसी हो कि हर शॉक पचाया जा सके.