म्यूचुअल फंड्स की इक्विटी स्कीम्स में SIP गुजरे कुछ वक्त में काफी पॉपुलर हुए हैं.इनमें शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में फायदा मिलता है.
मनी मार्केट म्यूचुअल फंड विभिन्न वित्तीय साधनों के माध्यम से शोर्ट टर्म इंवेस्ट पर अच्छा रिटर्न प्रदान करता है. आप इसमें एक वर्ष तक निवेश कर सकते हैं.
जब भी आप किसी साल में एक से अधिक बार इंवेस्ट करते हैं तो उस पूरे इंवेस्टमेंट के वार्षिक रिटर्न को IRR कहते हैं.
इंफ्रास्ट्रक्चर फंड मुख्य रूप से पॉवर, कंस्ट्रक्शन, कैपिटल गुड्स और मेटल सेगमेंट की कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.
ग्रोथ का विकल्प वैसे निवेशकों के लिए सही है, जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, औसतन हर महीने 1 लाख SIP अकाउंट खोले जा रहे हैं. जबकि एक साल सिर्फ पहले दस हजार SIP अकाउंट जोड़े जा रहे थे.
NAV: क्या जिस फंड की एनएवी सबसे ज्यादा है वो मंहगा है? आज हम इस भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश करेंगे.
इक्विटीज के मामले में लेंडर इंवेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, बॉन्ड के मामले में यह राशि अधिक हो सकती है.
टाटा कैपिटल ने मंगलवार को "लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड" नाम से एक नई स्कीम लॉन्च की. इसके तहत ग्राहक म्यूचुअल फंड पर 2 करोड़ रुपये तक लोन ले सकते हैं.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी एमएफ की फ्लेक्सी-कैप श्रेणी में निवेश का प्रवाह जबर्दस्त रहा है.