Covaxin: बायोलॉजिकल लाइसेंस एप्लीकेशन के तहत कोवैक्सीन को अमेरिकी मंजूरी मिलने में थोड़ा और वक्त लग सकता है.
Bharat Biotech: एला के मुताबिक तीसरे चरण के ट्रायल में कुल 25,800 लोगों ने हिस्सा लिया.
Covaxin:परीक्षण 525 स्वस्थ बच्चों पर किया जाएगा, बच्चों को टीके की दो खुराकें दी जाएगीं. इनमें से पहली खुराक के 28वें दिन दूसरी खुराक दी जाएगी
WHO की इमरजेंसी इस्तेमाल सूची में शामिल वैक्सीन को भारत में फास्ट-ट्रैक करने की अनुमति है. इन वैक्सीन को ड्रग रेगुलेटर DCGI से ब्रिजिंग ट्रायल की छूट है.
Covaxin: भारत में अब तक कोवैक्सीन की 2.21 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है. दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 18-44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण रुका हुआ है या बेहद सीमित है.
COVAXIN के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए WHO-जेनेवा में आवेदन दिया गया है. कंपनी को उम्मीद है कि जुलाई-सितंबर के बीच WHO से वैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी.
COVAXIN: हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने सरकार को जानकारी दी है कि उन्होंने वैक्सीन से जुड़े 90 फीसदी कागजात WHO में जमा करा दिए हैं
covaxin: भारत बायोटेक अंकलेश्वर की इकाई से कोवैक्सीन के उत्पादन को सालाना 20 करोड़ डोज बढ़ाएगी. इससे कंपनी की कुल कैपेसिटी 100 करोड़ डोज हो जाएगी.
Vaccination: कर्नाटक को अब तक 1,22,20,510 टीके मिले हैं जिसमें कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों शामिल हैं. राज्य में अब तक 1,13,61,234 लोगों का टीकाकरण किया गया है
Nasal Vaccines: WHO के मुताबिक कुल 7 इंट्रानेजल वैक्सीन पर काम जारी है. इनका क्लिनिकल ट्रायल यूके, यूएस, भारत, चीन जैसे देशों में जारी है.