sbi द्वारा संचालित SBI Mutual Fund की कुछ स्कीम सबसे पुरानी म्यूचुअल फंड योजनाओं में शामिल हैं. जिन्होने निवेशको को अच्छा रिटर्न दिया है.
इक्विटीज के मामले में लेंडर इंवेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, बॉन्ड के मामले में यह राशि अधिक हो सकती है.
टाटा कैपिटल ने मंगलवार को "लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड" नाम से एक नई स्कीम लॉन्च की. इसके तहत ग्राहक म्यूचुअल फंड पर 2 करोड़ रुपये तक लोन ले सकते हैं.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी एमएफ की फ्लेक्सी-कैप श्रेणी में निवेश का प्रवाह जबर्दस्त रहा है.
जब हम एक म्यूचुअल फंड में निवेश कर चुके होते हैं, उसके बाद कोई दूसरा फंड अच्छा लगने लगता है. ऐसी परिस्थितियों में आप स्विच करने पर विचार कर सकते हैं.
PPF Vs Mutual Fund: म्यूचुअल फंड्स में रिस्क ज्यादा है तो रिटर्न भी ज्यादा है, जबकि PPF में सेफ्टी ज्यादा लेकिन रिटर्न कम है.
ESG Fund: इस तरह की कंपनियों में निवेश करके आप भी पर्यावरण को महफूज बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं.
यदि आप म्यूचुअल फंड पर डिजिटल लोन लेते हैं तो आप ऑनलाइन किसी भी बैंक के पास अपने MF को गिरवी रख कर तुरंत ओवरड्राफ्ट प्राप्त कर सकते हैं.
ओपेन एंडेड फंड या स्कीम का मतलब है कभी भी जरूरत के हिसाब से यूनिट को खरीद या बेच सकते है. इस तरह की योजनाओं की निश्चित अवधि नहीं होती है.
आप 500 रुपये से भी शुरू कर सकते हैं और इसमें एंट्री लेना और एग्जिट करना उतना ही सरल है जितना आपके दूधवाले को बंद करना या फिर से शुरू करना.