HDFC Bank कितना दे रहा है FD पर ब्याज? ऑटो कंपनियों ने कैसे किया FAME Scheme में घपला? RBI की आपत्ति के बावजूद क्यों चल रहे विदेशी e-trading platforms? देश में क्यों घट गया FDI? Hotel Business को अलग क्यों करेगा ITC? केंद्र ने बैंकों को लोन रिकवरी पर Haircut के लिए क्यों कहा? क्या कहती है RBI की अर्थव्यवस्था पर Annual Report? आज के Money Central में इन सभी सवालों का जवाब मिलेगा।
जब डूब गया बचाने वाला..स्विट्जरलैंड कैसे बना बैकिंग कैपिटल? सुनिए 'एक बार की बात है', अंशुमान तिवारी के साथ.
छोटे उद्योग, गांवों ट्रैक्टर खरीदने वाले, व्यापारी आदि वो सभी जिनके लिए कर्ज की खिड़की सरकारी या निजी बैंकों में नहीं बल्कि शैडो बैंकों में खुलती
बैंक ने शिकायत मिलने के एक महीने के भीतर उसका जवाब नहीं दिया हो, या शिकायत खारिज कर दी हो या फिर आप बैंक के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं.
बैकिंग और PSU फंड्स को आमतौर पर दूसरे डेट फंड्स के मुकाबले कम जोखिम वाला माना जाता है.
सितंबर में खत्म हुई तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 9,096 करोड़ रहा है, जो 17.6% ज्यादा है. पिछले साल इसी तिमाही में बैंक को 7,703 करोड़ का लाभ हुआ था.
भारत जैसे मोबाइल प्रौद्योगिकी के प्रति जुनूनी देश में आईएमपीएस जैसी सुविधाएं आने वाले वर्षों में अधिक से अधिक लोकप्रिय हो जाएंगी.
समय के साथ बड़ी संख्या में व्यक्तियों के कर्ज में वृद्धि भी घरेलू बचत को प्रभावित करती है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी बात नहीं है.
Digital Lenders: 411 मिलियन वेतनभोगी पेशेवर इस बाजार को बड़ा बनाते हैं. एक ऐसी पीढ़ी जिसने डिजिटलीकरण को पूरी तौर से अपनाया है.
आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वे लॉकर्स की पारदर्शिता के साथ सूची बनाएं और इसे सीबीएस प्लेटफॉर्म के जरिए जनता की जानकारी के लिए उपलब्ध कराएं.