नियमों के तहत कोई भी व्यक्ति उन तमाम अचल और चल संपत्तियों में नॉमिनी बना सकता है जिन पर उसका मालिकाना हक है.
Debt: सबसे पहले आपको अपने विभिन्न लोन की सूची बनानी चाहिए. इनमें आपके पर्सनल लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन वगैरह शामिल हो सकते हैं.
UTI AMC के फंड मैनेजर और हेड-रिसर्च सचिन त्रिवेदी ने कहा कि इन्वेस्टर को लंबी अवधि के लिए एसेट एलोकेशन करना चाहिए और रोजाना ट्रेडिंग से बचना चाहिए.
Nominee: ओनर की मृत्यु के बाद एसेट को किसी और को सौंपने के लिए नॉमिनी की जरूरत होती है. नॉमिनी एक या एक से अधिक हो सकते हैं.
investment: रिस्क, टार्गेट और आय की नींव पर फाइनेंस प्लानिंग करनी चाहिए. लंबे वक्त के सारे टार्गेट आसानी से हासिल कर सकेंगे
Momentum Investing: BSE और NSE ने मोमेंटम इंडेक्स लांच किए हैं. वहीं, म्यूचुअल फंड के निवेशकों के लिए मोमेंटम फंड भी उपलब्ध हैं.