देश की 140 करोड़ की आबादी में सवा 2 करोड़ लोग भी इनकम टैक्स नहीं देते हैं. सरकार के प्रयासों की वजह से पिछले 5 वित्त वर्ष में आयकर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है. हालांकि रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी के बावजूद अभी भी सिर्फ करीब सवा 2 करोड़ लोग ही इनकम टैक्स जमा कर रहे हैं. सरकार के द्वारा संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-2023 में 7,40,09,046 लोगों ने आयकर रिटर्न फाइल हुए हैं. वहीं वित्त वर्ष 2021-22, वित्त वर्ष 2020-21, वित्त वर्ष 2019-20, वित्त वर्ष 2018-19 में क्रमश: 6,94,37,383, 6,72,06,388, 6,47,88,494 और 6,28,30,105 लोगों ने रिटर्न फाइल किया था.
संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-2023 में 5,16,15,155 लोगों ने कोई भी टैक्स नहीं दिया था, जबकि 7,40,09,046 ने आयकर रिटर्न फाइल किया था. वित्त वर्ष 2021-22, वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2019-20 में क्रमश: 5,05,46,941, 4,84,69,916 और 2,90,36,234 ने कोई भी टैक्स नहीं चुकाया था.
आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में सरकार नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 16,63,686 करोड़ रुपए (प्रोवीजनल) रहा है. वित्त वर्ष 2021-22, वित्त वर्ष 2020-21, वित्त वर्ष 2019-20 और वित्त वर्ष 2018-19 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन क्रमश: 14,12,422 करोड़ रुपए, 9,47,176 करोड़ रुपए, 10,50,681 करोड़ रुपए और 11,37,718 करोड़ रुपए दर्ज किया गया था.