कोरोना के बाद देश में कर्ज की मांग में हुई जोरदार बढ़ोतरी रिजर्व बैंक के आंकड़ों साफ नजर आती है और मनी9 के सर्वे में जो आंकड़े आए हैं उनमें भी इसकी तस्दीक होती है. मनी9 के सर्वे के मुताबिक बीते एक साल के दौरान देश में कर्ज लेने वाले भारतीय परिवार दोगुने हो गए हैं. इस साल अगस्त से नवंबर के दौरान किए गए सर्वे में पता चला है कि भारत में 22 फीसद परिवारों ने कर्ज लिया हुआ है. 2022 के दौरान कर्ज लेने वाले भारतीय परिवारों का आंकड़ा 11 फीसद था.
मनी9 के पर्सनल फाइनेंस सर्वे के मुताबिक पिछले एक साल में 11 फीसद भारतीय परिवार ऐसे मिले जिन्होने पर्सनल लोन लिया हुआ है, इसके 8 फीसद परिवारों ने होमलोन, 4 फीसद ने ऑटो लोन और 2 फीसद ने एजुकेशन लोन लिया हुआ है. पर्सनल लोन लेने वाले परिवारों में सबसे ज्यादा परिवार तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान हैं. ऑटो लोन के मामले में महाराष्ट्र, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली आगे हैं.
सर्वे यह भी बताता है कि अगले साल के दौरान करीब 21 फीसद भारतीय परिवार कर्ज लेने की योजना बना रहे हैं. अगले साल 10 फीसद भारतीय परिवार होम लोन लेने की प्लानिंग में हैं जिनमें दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल आगे हैं. अगले साल 5 फीसद लोग ऑटो लोन के लिए प्लानिंग कर रहे हैं जिनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और राजस्थान आगे हैं.
मनी9 के सर्वे में आई जानकारी रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पूरी तरह मेल खा रही है. रिजर्व बैंक के मुताबिक इस साल अक्टूबर अंत तक पर्सनल लोन की ग्रोथ की ग्रोथ करीब 30 फीसद रही है, इसमें सबसे ज्यादा ग्रोथ होम, क्रेडिट कार्ड लोन और ऑटो लोन में दर्ज की गई है.
मनी9 का यह पर्सनल फाइनेंस सर्वे अगस्त से नवंबर के दौरान देश के 20 राज्यों के 115 से ज्यादा जिलों में हुआ है, सर्वे को 10 अलग-अलग भाषाओं में किया गया है इसमें देश के 1140 गांव या शहरी वार्ड शामिल हैं. यह सर्वे भारतीयों की कमाई, खर्च, बचत और निवेश की पूरी जानकारी देता है.