वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी में ऑटोमेशन सेक्टर की कंपनी हनीवेल ऑटोमेशन ( Honeywell Automation) ने शानदार नतीजे जारी किए हैं. मजबूत नतीजों के दम पर 10 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला. कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 41,250 रुपए के स्तर तक गया. अंत में मुनाफा वसूली की वजह से यह 6.25 फीसद की तेजी के साथ 39,855 रुपए पर बंद हुआ.
एक्सपर्ट के अनुसार हनीवेल के शेयर में यह तेजी चौथी तिमाही के शानदार नतीजों की वजह से देखी गई. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 72.7 करोड़ रुपए से 54.2 फीसद बढ़कर 112 करोड़ रुपए पर रहा है. इस दौरान कंपनी की बिक्री 668 करोड़ रुपए से 27.2 फीसदी बढ़कर 849.7 करोड़ रुपए पर रही है. पूरे साल में भी देखें तो वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का मुनाफा 339.1 करोड़ रुपए से 29.2 फीसदी बढ़कर 438 करोड़ रुपए पर रहा. वहीं आय 2948.3 से 16.9 फीसदी बढ़कर 3447.6 करोड़ रुपए पर रही है.
नतीजों के बाद नोमुरा ने शेयर पर खरीदारी की राय को बरकरार रखी है और 50,642 रुपए का लक्ष्य दिया है. आपको बता दे कि हनीवेल ऑटोमेशन इंडिया भारत में Tata Group और Honeywell के संयुक्त उद्यम के रूप में शुरू हुई थी. साल 2004 में हनीवेल एशिया पैसेफिक ने इस संयुक्त उद्यम में टाटा ग्रुप का 39.54% हिस्सा खरीद लिया था जिसके बाद कंपनी का नाम बदलकर हनीवेल ऑटोमेशन हो गया था. ये कंपनी ऑटोमेशन और कंट्रोल के कारोबार में हैं. इसमें इलेक्ट्रानिक और कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग के अलावा रिपेयर के साथ-साथ मशीनरी इक्विपमेंट की ट्रेडिंग और सप्लाई भी शामिल है.
चर्चा में रहा वेदांता का शेयर
वेदांता का शेयर गुरुवार को दो खबरों के चलते फोकस में रहा. पहली ये कि वेदांता की पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्स लि. (VRL) की 50-60 करोड़ डॉलर का लोन जुटाने के लिए Deutsche Bank के साथ-साथ JPMorgan और Barclays समेत कई ग्लोबल बैंकों के साथ बातचीत चल रही है. दरअसल 31 मई को कंपनी के 7.125 फीसदी ब्याज वाले $50 करोड़ डॉलर के बॉन्ड्स मैच्योर हो रहे हैं. यानी कंपनी को इसका पेमेंट करना है. हालांकि VRL की फारालोन कैपिटल मैनेजमेंट के साथ एक अरब डॉलर की रकम जुटाने के लिए बातचीत चल रही थी पर डील पूरी होने में देरी और ऊची ब्याज दरों के चलते VRL ने रकम को कम कर लिया है और कई सारे बैंकों के साथ बातचीत कर रही है.