गुरुवार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने T+0 सेटलमेंट के लिए फ्रेमवर्क जारी किया. T+1 सेटलमेंट अभी जारी रहेगा इसके साथ ही वैकल्पिक आधार पर T+0 सेटलमेंट का बीटा वर्जन लागू किया जाएगा. T+0 सेटलमेंट का मतलब है कि जिस दिन आपने शेयर खरीदे और बेच डाले उसी दिन आपके पैसे वापस आ जाएंगे. यह नया फ्रेमवर्क 28 मार्च से प्रभावी होगा.
शुरुआत इसकी इक्विटी कैश सेगमेंट में 25 स्टॉक्स के साथ होगी. इसमें सीमित ब्रोकर्स की शामिल हो सकेंगे. हालांकि, इस सेगमेंट में सभी निवेशकों की प्रतिभागिता की अनुमति होगी. इसका लाभ 9.30 सुबह से 1.30 दोपहर तक के कारोबार के लिए उठाया जा सकता है.
सेबी द्वारा गुरुवार को जारी सर्कुलर में इसकी विस्तृत जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर और मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशंस (MII) में हुई महत्वपूर्ण प्रगति के बदौलत क्लियरिंग और सेटलमेंट टाइमिंग को कम करने में मदद मिल रही है. इसके अलावा डिपॉजिटरी इकोसिस्टम ऐसा है कि इंडीविजुअल क्लाइंट लेवल होल्डिंग्स पर डिजिटल फॉर्म में नजर रख सकता है. इसी प्रकार, सिक्योरिटीज के तत्काल ट्रांसफर की भी पूरी क्षमता है. भारत का पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम इतना उन्नत है कि रियल टाइम फंड ट्रांसफर अब काफी आसान हो गया है.
सर्कुलर में कहा गया है कि सेटलमेंट टाइम घटने से लागत और वक्त की सक्षमता प्रभावी होगी. निवेशकों को शुल्क में पारदर्शिता दिखेगी साथ ही क्लियरिंग कॉरपोरेशंस के लिए जोखिम प्रबंधन भी मजबूत होगा.
अभी T+0 सेटलमेंट कुछ देशों जैसे रूस और दक्षिण कोरिया में लागू है. जाइवान स्टॉक एक्सचेंज और हांग कांग स्टॉक एक्सचेंज कुछ स्टॉक्स के लिए T+0 सेटलमेंट ऑफर करते हैं.
ज्यादा जानकारी के लिए सेबी का सर्कुलय यहां पढ़ें: https://shorturl.at/dkJS9