डिजिटल ट्रांजेक्शन में भारत ने नया मुकाम हासिल किया है, फिनटेक कंपनियां बजट से पहले कर रही हैं कुछ मांगें और फिनटेक कंपनी PayMate के आईपीओ की राह देख रहे लोगों को अभी करना होगा और इंतजार. ऐसी ही पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी खबरों के बारे में हम आपको यहां जानकारी देंगे.
1. IPO की तैयारियों में जुटे फिनटेक यूनिकॉर्न Pine Labs ने एंटरप्राइज प्लेटफॉर्म Saluto Wellness Pvt. Ltd का अधिग्रहण किया है. हालांकि डील कितने में हुई, इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है.Pine Labs, Financing और retail transaction technology मुहैया कराती है. इससे पहले कंपनी ने 2019 में Qwikcilver का अधिग्रहण किया था. Pine Labs 1998 में शुरू की गई थी.
2. फिनटेक कंपनियों ने की बजट में अधिक आवंटन, टैक्स नियमों में सुधार की मांग की है. ग्रोथ की मौजूदा रफ्तार बनाए रखने के लिए बजट से मदद की उम्मीद. ये कंपनियां 1 फरवरी को आने वाले बजट में टैक्स नियमों में रियायत के ऐलान की उम्मीद कर रही हैं. इसके साथ ही ये बैंकों के साथ साझेदारी मजबूत करने के लिए भी उपायों के ऐलान की उम्मीद कर रही हैं.
3. PayMate के आईपीओ में अभी देरी हो सकती है. PayMate मुंबई की फिनटेक यूनिकॉर्न है. सेबी ने PayMate India से नए अपडेट के साथ DRHP यानी draft red herring prospectus दोबारा फाइल करने को कहा है. इससे पहले रेगुलेटरी बॉडी ने 17 जनवरी को कंपनी का DRHP वापस कर दिया था. PayMate ने मई 2022 में 1,500 करोड़ रु के आईपीओ के लिए DRHP फाइल किया था.
4. पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विसेज यूनिकॉर्न PhonePe ने General Atlantic से 35 करोड़ डॉलर जुटाए है. ग्लोबल ग्रोथ इक्विटी कंपनी है General Atlantic. कंपनी ने 12 अरब डॉलर के pre-money valuation पर ये फंड जुटाया है. ये फंडिंग कंपनी के फंड जुटाने के नए अभियान का हिस्सा है. पूंजी जुटाने की ये कवायद हाल ही में फ्लिपकार्ट से पूरी तरह अलग होने के बाद हुई शुरू की गई है. अमेरिकी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने 2018 में फोनपे का स्वामित्व हासिल किया था.
5. डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है. दिसंबर 2022 में भारत में डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन के माध्यम से करीब 1,500 अरब डॉलर का लेनदेन हुआ है. ये आंकड़ा अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के कुल आंकड़े से 4 गुना ज्यादा है. केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में एक सत्र के दौरान दी ये जानकारी दी है. आपको बता दें कि डिजिटल पेमेंट्स में यूपीआई ने दिया सबसे बड़ा योगदान है.