Special Trading Session on 18 May: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने कहा है कि 18 मई, शनिवार को बाजार में स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया जाएगा. एनएसई ने बताया कि ये ट्रेडिंग सेशन इसलिए आयोजित किया जा रहा है ताकि प्राइमरी साइट में बड़ी खराबी आने या इसके फेल होने की दशा में इंट्रा-डे और डेरिवेटिव सेगमेंट के कारोबार को डिसैस्टर रिकवरी साइट पर स्विच किया जा सके. 18 मई को आयोजित स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन इंट्रा-डे में प्राइमरी साइट से डिसैस्टर रिकवरी साइट (Disaster Recovery (DR) site) पर स्विच करेगा. बीएसई पर भी शनिवार को ट्रेडिंग होगी.ऋ
किसी भी महत्वपूर्ण संस्थान जैसे स्टॉक एक्सचेंजों के लिए यह जरूरी है कि उनका एक डिसैस्टर रिकवरी साइट हो. अगर किसी कारण से मेन ट्रेडिंग सेंटर प्रभावित होता है तो एक्सचेंज का ऑपरेशन स्मूथली चलता रहे.
शनिवार यानी 18 मई को होने वाली स्पेशल ट्रेडिंग दो चरणों में होगी. पहला चरण 45 मिनट का होगा जिसकी शुरुआत 9.15 बजे होगी. दूसरा स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन 11.45 पर शुरू होकर 12.40 पर समाप्त होगा. स्पेशल ट्रेडिंग के दौरान सभी फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट 5 फीसद के ऑपरेटिंग रेंज में कारोबार करेंगे. फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस सेगमेंट वाले शेयरों का अपर और लोअर सर्किट लिमिट 5 फीसद होगा. हालांकि, जिनकी मौजूदा सर्किट लिमिट 2 फीसद है, वह बरकरार रहेगा.
इससे पहले, NSE और BSE ने 2 मार्च को इसी तरह के ट्रेडिंग सेशन आयोजित किए थे. ये सत्र बाजार नियामक सेबी और उनकी तकनीकी सलाहकार समिति के साथ हुई खास चर्चाओं के आधार पर आयोजित किए जा रहे हैं. इसका उद्देश्य शेयर बाजार से जुड़े बुनियादी ढांचा संस्थानों की तैयारियों का आकलन करना और उनके ऑपरेशन को प्रभावित करने वाली किसी भी अप्रत्याशित घटना को संभालना है, जिससे निर्धारित समय के भीतर ‘डिजास्टर रिकवरी’ साइट के जरिये ऑप्रेशन बहाल किया जा सके.