टू-व्हीलर के साइड मिरर से उदास गांव दिख रहे हैं. यह उदासी ऑटो उद्योग के लिए चिंता का सबब बनी है.
भारत दुनिया का दूसरा बड़ा स्टील उत्पादक है लेकिन एक्सपोर्ट मार्केट में हिस्सेदारी बहुत कम है.
मुठ्ठी भर महिलाओं की सफलता को एवरेस्ट मानने से पहले यह तथ्य भी जान लीजिए कि देश की प्रति 100 महिलाओं में 77 के पास ही बैंक खाता पहुंचा है.
रूस यूक्रेन का युद्ध कब थमेगा यह बताना भी असंभव है लेकिन कार कंपनियां बहुत जल्द कीमतें बढ़ाने वाली हैं.
5 राज्यों में चुनकर आई नई सरकार के सामने चुनाव में किए वादों को पूरा करना सबसे बड़ी चुनौती होगी, राज्यों के खजाने खाली हैं.
डेटा प्रोटेक्शन बिल पर मची रार अभी थम भी नहीं पाई थी कि नेट न्यूट्रैलिटी की बहस एक दफा फिर से उठ खड़ी हुई है.
वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर 8.5 फीसद से घटाकर 8.1 फीसद कर दी गई है. इस फैसले का असर छह करोड़ नौकरीपेशा लोगों को होगा.
हमारी नई सीरीज- 'साल का हिसाब Money 9 के साथ' बताएगा नया वित्त वर्ष शुरू होते ही निेवेश और टैक्स की प्लानिंग कैसी हो?
पेटीएम अपने इश्यू प्राइस से 65 फीसद टूट गया. यानी अगर किसी ने 1 लाख रुपए पेटीएम में IPO के वक्त लगाए होते तो इस समय 35000 रुपए ही बचे हैं.
देश की सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उडानें 27 मार्च से पूरी क्षमता से उडने वाली थीं कि उससे पहले ही चीन में फिर कोविड का प्रकोप तेजी से फैलने लगा.