2150 रुपए के इश्यु प्राइस वाला IPO 72 फीसद तक लुढ़क चुका है. यानि निवेशकों के लगाए हर 100 रुपए अब सिर्फ 28 ही बचे हैं.
प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों में भाव 11 हजार रुपए प्रति क्विंटल के ऊपर हैं. पिछले साल के मुकाबले इस साल कपास का दाम करीब 62 फीसद बढ़ गया है.
टैक्स सेविंग के लिए जीवन बीमा क्यों नहीं है अच्छा विकल्प, जानिए इस वीडियो में
देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनीलीवर यानी एचयूएल बीते छह महीनों से लगातार दाम बढ़ा रही है.
80C के अलावा और कौन-कौनसे निवेश हैं जो ज्यादा से ज्यादा टैक्स छूट दिलाने में मदद करेंगे, जानिए बुरा न मानो टैक्स है के इस खास शो में
कंपनियां यह तर्क दे सकती हैं कि कोविड से हालात असामान्य थे. लेकिन तेल का उत्पादन घटना पिछले साल का मसला नहीं है. यह फिसलन बीते सात वर्षों से जारी है.
जरा सोचिए स्टील के बढ़ते दाम कितने रास्तों से आपके जीवन जीने की लागत बढ़ा रहे हैं. नजीर के तौर पर अलीगढ़ को लीजिए.
आप भले शानदार हाइवे देखकर 100 की स्पीड पर गाड़ी दौड़ा देते हैं लेकिन, सरकार भी कम नहीं है. उसने भी फुल स्पीड में आपकी जेब खाली करने का मन बना लिया है.
क्रिप्टोकरेंसी का दौर क्या अपने आखिरी दिन गिन रहा है? आप सोचेंगे कि हम ये सवाल क्यों उठा रहे हैं. बात वाजिब है...लेकिन, ऐसी कई वजहें हैं.
बड़ी संख्या में नौकरीपेशा लोग टैक्स प्लानिंग पूरी करने के लिए मार्च के अंत में ही जागते हैं. कैसे, देखिए मनी9 के इस विशेष शो में-